bimari ke karan pariksha na de sakne par mitra ko swantana patar likhe
Answers
Answered by
227
मित्र का नाम, पता
दिनां
प्रिय सखी \ मित्र
स्नेह !
तुम्हारा पत्र मिला | जानकर दुःख हुआ कि तुम इस बार बीमार होने के कारण परीक्षा नहीं दे पाए \ पाई | मैं जानता \ जानती हूँ कि तुम बहुत निराश हो | मैं तुम्हें यह समझाना चाहता \ चाहती हूँ कि तुम्हें इस तरह दुखी नहीं होना चाहिए | तुम एक होनहार विद्यार्थी हो | इस तरह उदास हो जाना तुम्हें शोभा नहीं देता | अगली बार फिर परीक्षा होगी | जमकर मेहनत करना | मैं जानती हूँ कि तुम अवश्य प्रथम आओगे \ आओगी | अपना ध्यान रखना | अंकल – आंटी को मेरा प्रणाम कहना |
तुम्हारा मित्र \ तुम्हारी सखी ,
नाम
दिनां
प्रिय सखी \ मित्र
स्नेह !
तुम्हारा पत्र मिला | जानकर दुःख हुआ कि तुम इस बार बीमार होने के कारण परीक्षा नहीं दे पाए \ पाई | मैं जानता \ जानती हूँ कि तुम बहुत निराश हो | मैं तुम्हें यह समझाना चाहता \ चाहती हूँ कि तुम्हें इस तरह दुखी नहीं होना चाहिए | तुम एक होनहार विद्यार्थी हो | इस तरह उदास हो जाना तुम्हें शोभा नहीं देता | अगली बार फिर परीक्षा होगी | जमकर मेहनत करना | मैं जानती हूँ कि तुम अवश्य प्रथम आओगे \ आओगी | अपना ध्यान रखना | अंकल – आंटी को मेरा प्रणाम कहना |
तुम्हारा मित्र \ तुम्हारी सखी ,
नाम
Answered by
9
Answer:
मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ कि बुखार होने के कारण तुम बोर्ड की परीक्षा में नहीं बैठ सके। इससे तुम्हारा एक वर्ष बर्बाद हो गया। परंतु तुम दुखी मत होना और इसे ईश्वर की इच्छा समझकर स्वीकार कर लेना। अब तुम पूरी तरह स्वस्थ होकर आगामी परीक्षा की तैयारी में जुट जाना।
मित्र! तुम किसी प्रकार की चिंता मत करना। मैं अपनी परीक्षा के प्रश्न-पत्र और अन्य आवश्यक सामग्री तुम्हें भिजवा दूंगा।
आशा करता हूँ, तुम इस बार 25 प्रतिशत अधिक अंक लाओगे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि तुम शीघ्र स्वस्थ हो जाओ।
Similar questions
Math,
7 months ago
English,
7 months ago
World Languages,
1 year ago
Chemistry,
1 year ago
Computer Science,
1 year ago