Biography of 3 great indian mathematicians in hindi
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HI mate GM here is your answer...,
1. आर्यभट्ट (Aryabhata)
इन्होने कहा था कि पृथ्वी प्रतिदिन अपनी ही धुरी पर घूमती है ना कि सूरज उन्होंने वैज्ञानिक रुप से सूर्य और चंद्र ग्रहणों की अवधारणा को समझाया था आर्यभट्ट प्रथम ने द्विघात समीकरण, त्रिकोणमिति, साइन सारणी, कोसाइन सारणी, वरसाइन सारणी, गोलीय त्रिकोणमिति, खगोलीय स्थिरांक, अंकगणित, बीजगणित आदि हमें दिए हैं
2. पिंगला (Pingala)
पिंगला भी महान गणितज्ञों में एक हैं उन्होंने संस्कृत में छंद शास्त्र लिखा था बाइनोमियल थियोरम यानि द्विपद प्रमेय के ज्ञान के बिना ही उन्होंने पास्कल त्रिकोण समझाया था
3. कात्यायन (Katyayana)
कात्यायन वैदिक काल के आखरी गणितज्ञ थे और उन्होंने कात्यायन सुलभ सूत्र लिखा था उन्होंने 2 के वर्ग मूल की पांच सही दशमलव स्थानों से गणना समझाई थी उन्होंने ज्यामिति और पाइथागोरस सिद्धांत में उल्लेखनीय योगदान दिया
I hope it will help you and mark me as a brain list answer plz.
1. आर्यभट्ट (Aryabhata)
इन्होने कहा था कि पृथ्वी प्रतिदिन अपनी ही धुरी पर घूमती है ना कि सूरज उन्होंने वैज्ञानिक रुप से सूर्य और चंद्र ग्रहणों की अवधारणा को समझाया था आर्यभट्ट प्रथम ने द्विघात समीकरण, त्रिकोणमिति, साइन सारणी, कोसाइन सारणी, वरसाइन सारणी, गोलीय त्रिकोणमिति, खगोलीय स्थिरांक, अंकगणित, बीजगणित आदि हमें दिए हैं
2. पिंगला (Pingala)
पिंगला भी महान गणितज्ञों में एक हैं उन्होंने संस्कृत में छंद शास्त्र लिखा था बाइनोमियल थियोरम यानि द्विपद प्रमेय के ज्ञान के बिना ही उन्होंने पास्कल त्रिकोण समझाया था
3. कात्यायन (Katyayana)
कात्यायन वैदिक काल के आखरी गणितज्ञ थे और उन्होंने कात्यायन सुलभ सूत्र लिखा था उन्होंने 2 के वर्ग मूल की पांच सही दशमलव स्थानों से गणना समझाई थी उन्होंने ज्यामिति और पाइथागोरस सिद्धांत में उल्लेखनीय योगदान दिया
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