बलों के समांतर चतुर्भुज नियम की व्याख्या करते हुए सिद्दी कीजिए
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Explanation:
हमारा उद्देश्य वेक्टर के समानांतर चतुर्भुज नियम का प्रयोग कर दिए गए पिंड के भार का पता लगाना है l
सिद्धांत:
वेक्टर के समानांतर चतुर्भुज नियम
अगर कण पर एक साथ कार्य करने वाले दो वेक्टर बिंदु से खींचे गए समानांतर चतुर्भुज के दो आसन्न पक्षों से परिमाण और दिशा में प्रस्तुत किए जाते हैं, 
तो उनके परिणामी पूरी तरह से उस बिंदु से खींचे गए उस समानांतर चतुर्भुज के विकर्ण द्वारा परिमाण और दिशा में प्रस्तुत किए जाते हैं.
चलिए मान लेते हैं कि दो वेक्टंर्स P और Q कोण पर कण O पर एक साथ कार्य करते हैं l
बिंदु से खींचे गए समानांतर चतुर्भुज OACB के दो आसन्न पक्षों OA और OB से ये परिमाण और दिशा में प्रस्तुंत किए जाते हैं, तो O के माध्यम से गुजरने वाला विकर्ण OC परिमाण और दिशा में परिणामी R को प्रस्तुत करेगा.
ग्रेवसैण्ड उपकरण पर, अगर अज्ञात भार का पिंड (मान लीजिए S) बीच वाले हैंगर से लटकाया जाता है और संतुलनकारी भार P और Q अन्य दो हैंगर से लटकाए जाते हैं तो,

और

अज्ञात भार की समीकरण (1) से गणना की जा सकती है.
ग्रेवसैण्ड उपकरण पर, अगर अज्ञात भार का पिंड (मान लीजिए S) बीच वाले हैंगर से लटकाया जाता है और संतुलनकारी भार P और Q अन्य दो हैंगर से लटकाए जाते हैं तो,


अब भार P और Q से संगत पॅमाना (मान लीजिए 1 सेमी = 50 ग्राम भार) मानकर समानांतर चतुर्भुज OACB बनाएं. समान्तर चतुर्भुज OC के विकर्ण परिणामी वेक्टर देंगे. अज्ञात पिंड का भार,
S = OC * पॅमाना -- - - - - (2)
अगर पिंड का वास्तविक भार W है, तो समीकरण का प्रयोग कर प्रयोग में प्रतिशत त्रुटि की गणना की जा सकती है,
प्रतिशत त्रुटि = ((वास्तविक भार - गणना भार) / (वास्तविक भार)) *100 - - - - - (3)
प्रतिशत त्रुटि =