Board pariksha mein pratham aane par Mitra ko Patra
Answers
रजनीश
545, शिवाजी नगर
नागपुर
12-3-2008
प्रिय मित्र विवेक
प्रेम!
कल के नवभारत टाइम्स से तुम्हारी शानदार सफलता के संबंध में जानकारी प्राप्त कर मुझे जो हार्दिक प्रसन्नता हुई उसे मेरे लिए शब्दों में बाँध पाना कठिन है। प्रिय विवेक! मुझे तुम से यही आशा थी। तुम्हारी पढ़ाई के प्रति निष्ठा और लगन को देखकर मुझे पूर्ण विश्वास हो गया था कि आगामी दसवीं की परीक्षा में छात्रवृत्ति प्राप्त कर तुम अपने परिवार तथा विद्यालय को गौरवान्वित करोगे। परमात्मा को कोटिशः धन्यवाद है कि उसने तुम्हारे परिश्रम का उचित फल तुम्हें दिया है।
प्रिय विवेक! अपनी इस शानदार सफलता पर मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए। मैं उस परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि जीवन में सफलता सदैव इसी प्रकार तुम्हारे चरण चूमती रहे तथा तुम जीवन में उत्तरोत्तर इसी प्रकार उन्नति के पथ पर अग्रसर रहो। मुझे पूरी आशा एवं विश्वास है कि इसके पश्चात् होने वाली कॉलेज की परीक्षाओं में तुम्हारा परिणाम इससे भी शानदार रहेगा। मेरी शुभकामनाएँ सदैव तुम्हारे साथ हैं। शेष शुभ।
तुम्हारा अभिन्न हृदय
रजनीश