Hindi, asked by shreshtha74, 10 months ago

boye ped babool ka to aam kaha se hoye :- story on this.
at least 300 words.
*S T O R Y*​

Answers

Answered by avinashbhardwaj610
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Answer:

भगवान श्रीकृष्ण ने गीता मे कहा था परिवर्तन ही संसार का नियम है, इस समय सरकार का जो रवैया है, इस उपदेश से काफ़ी प्रभावित दिखती है, ये सब परिवर्तित होके भ्रष्टाचार मे लिप्त हो गये है|

अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने कहा था लोकतंत्र जनता का जनता के लिए जनता द्वारा चुनी गयी सरकार है, लेकिन अगर भारत की बात करे तो इसे इस तरह से परिभाषित किया जा सकता है ,लोकतंत्र भ्रष्टाचारियो का भ्रष्टाचार के लिए जनता द्वारा चुनी गयी सरकार है, बेशक जनता ने ये नही सोचा होगा लेकिन नतीजा देश के सामने है, मँहगाई की मार झेल रही जनता को अब पेट्रोल और रसोई गैस की कीमते दिन मे तारे दिखा रही है,

देश मे हज़ारो टन अनाज सड़ जाती है जबकि उसी देश की 25% आबादी कुपोषण का शिकार होने को मजबूर है, इस ढीठ सरकार से किसी तरह का उम्मीद करना बैमानी है, 9/11 के बाद अमेरिका ने अपनी विदेश नीति और देश की सुरक्षा नियमो मे काफ़ी बदलाव किए, जिससे वह खुद को सुरक्षित रखने मे कामयाब रहा, और इंडिया मे 26/11 के बाद गृह मंत्री ने कहा था की हम आने वाले कुछ महीनो मे कुछ कड़े कदम उठाने जा रहे है, जिसपर विपक्ष ने कहा भी था देश की सुरक्षा के लिए उठाए गये किसी भी कदम का हम समर्थन करेंगे,

लगता है गृह मंत्री ने इसे भाषण से ज़्यादा कुछ नही समझा और सदियो पुराने सुरक्षा नीति पर हम चलते गये अंजाम मुंबई हमलो के बाद एक के बाद एक आठ धमाके इस सरकार की नाकामी बयाँ करती है |

अब तो गृह मंत्री ने भी हाथ खड़े कर दिए, जनता मंहगाई, भ्रष्टाचार और आतंकवाद से त्रस्त है,वही मनमोहन सरकार के मंत्रियो की संपत्ति मे तीन गुना इज़ाफा हुआ है और वह अपनी प्रॉपर्टी बढ़ाने मे मस्त है| हमारी सरकार आतंकवादियो पर कई करोड़ खर्च कर देती है लेकिन उसी देश की ग़रीब जनता को सस्ते दमो मे अनाज मुहैया नही करा पाते. इन नेताओ को अपनी जेब भरने से फुर्सत मिले तब तो आम आदमी के बारे मे सोचे,ये सरकार आज़ाद भारत की सबसे कमजोर, नाकाम और भ्रष्ट सरकार है,

भारत और भारतीयो की तस्वीर आज नही तो कल ज़रूर बदलेगी, क्योंकि इस देश मे एक से बढ़कर एक अच्छे लोग है और पैदा होते रहेंगे, लेकिन इस सरकार की बदनामी और निकँमापॅन इतिहास मे दर्ज होना लिखा था उसको भला कौन मिटाता, इलेक्शन आने वाला है, जनता को सोचना है वह क्या करे,जनता को फ़ैसला अपने विवेक से करनी चाहिए नही तो वही हाल होगा, जो अब हो रहा है, बोए पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होए

Explanation:

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