बरिल जरमली की दिवार किसका पृति था
Answers
Explanation:
ये टापू जैसे एक शहर में तब्दील हो गया था जिस पर चार मुल्कों का कब्ज़ा था. हर एक मुल्क ने बर्लिन को अपने-अपने सेक्टरों में बांट रखा था.
ये चारों मुल्क थे सोवियत संघ, अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस.
साल 1948 में एक अलग देश वेस्ट जर्मनी को अस्तित्व में लाने की कोशिशें शुरू हुईं और स्टालिन को इस पर एतराज़ था.
हालात ऐसे बन गए कि पूर्वी जर्मनी के आस-पास के इलाकों के लिए पश्चिमी बर्लिन स्थाई रूप से गले की हड्डी बन गया और 13 अगस्त, 1961 को पलक झपकते ही चीज़ें नाटकीय रूप से बदल गईं.
बर्लिन की दीवार
वो सुबह के एक बजे का वक़्त था, पूर्वी जर्मनी की सीमा पुलिस और सशस्त्र बल सोवियत सेक्टर की सीमाओं पर तैनात कर दिए गए.
उनके सामने दूसरी तरफ़ अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस और पश्चिमी बर्लिन की पुलिस थी.
पूर्वी जर्मनी की तरफ़ बड़े पैमाने पर कंटीले तार लगाने का काम शुरू हो गया, कंक्रीट के पोल जल्दबाज़ी में खड़े कर दिए गए.
यहां तक कि पहले से मौजूद लैंपपोस्ट भी घेराबंदी के काम आ रहे थे.
चार दिनों बाद पश्चिमी जर्मनी की परवाह किए बिना पूर्वी जर्मनी में कंक्रीट से बने ज़्यादा स्थाई ढांचे का निर्माण शुरू कर दिया गया. यही बर्लिन की दीवार थी.
एक मुद्दा पूर्वी जर्मनी से पश्चिम की तरफ़ हो रहा पलायन भी था. पूर्वी जर्मनी का हर छठा आदमी पश्चिम जर्मनी चला गया था और ये पलायन बर्लिन के रास्ते हुआ था.