बरसा रहा है रवि अनल बोतल तमाशा चल रहा चल रहा संसद भवन संजय पसीना डोल रहा देखो कृषक सोनिक सुखाकर हर तरफ ही चला रहा कि लोग लोग से जांच में अपना शरीर जला रहे हैं माध्यम कि उनके गुरु मियां ले रोटियां पहुंची वही है रोटियां रॉकी उसे है साल की चिंता नहीं भरपेट भोजन पा गए तो भाग्य मानव जागे काव्यांश में किस ऋतु का वर्णन किया गया है किसान किसान के शरीर में पसीना क्यों बहा रहा है किसानों की पत्नियां रोटियां लेकर कहां पहुंची है किसान अपना भाग्य जगाना किसे मानते हैं मध्याह्न शब्द का अर्थ है
Answers
Answered by
0
Give it in English please
Similar questions