बरसात की आती हवा
वर्षा-धुले आकाश से
या चंद्रमा के पास से
या बादलों की साँस से
मंद-मुसकाती हवा
बरसात की आती हवा।
यह खेलती है ढाल से
ऊँचे शिखर के भाल से
आकाश से पाताल से
झकझोर लहराती हवा
बरसात की आती हवा।
यह खेलती तरुमाल से
यह खेलती हर डाल से
हर एक लता के जाल से
अठखेलती-इठलाती हवा
बरसात की आती हवा।
यह शून्य से होकर प्रकट
नव हर्ष से आगे झपट
हर अंग से जाती लिपट
आनंद सरसाती हवा
बरसात की आती हवा।
- हरिवंशराय बच्चन
--------------------------------
Q1) यह हवा किस प्रकार आनंद बिखेरती है?
Answers
Answered by
2
yeh hava hame dhadhak dekar anandit karti hai
Answered by
0
write the piem and name for better results
Similar questions