brashtachar se mukth bharat.........any 15 points.....plzzzzz........fast
Answers
Answered by
2
आज भारत भ्रष्टाचार के लिए एक पर्याय बन गया। हम कहीं भी आज इसे देख सकते हैं। यहां तक कि छोटे काम के लिए भी हम रिश्वत देने के लिए है। यह एक कैंसर की तरह फैल रहा है। सबसे पहले हम रिश्वत और परिषद के लिए उन्हें ले जा रहे हैं, जो लोगों पर गंभीर कार्रवाई करने के लिए है इस से बचने के लिए। दूसरी बात है कि हम इस के अनुसार लोगों पर जागरूकता लाना है। अपने सभी कार्यों पर ईमानदार हो रहे हैं अगर तीसरा हम भ्रष्टाचार नहीं कर सकते देखने का मतलब है। इतना ईमानदार से बचने के लिए रिश्वत होना और गैर भ्रष्ट भारत लाने के लिए। हमें हमारे भारत में किसी भी भ्रष्टाचार के बिना एक स्वच्छ भारत बन जाएगा कि उम्मीद करते हैं
Answered by
1
सभी कर्मचारियों को वेतन आदि नकद न दिया जाय बल्कि यह पैसा उनके बैंक खाते में डाल दिया जाय.कोई अपने बैंक खाते से एक बार में दस हजार तथा एक माह में पचास हजार से अधिक न निकाल पाए. अधिकाधिक लेना-देन इलेक्ट्रोनिक रूप में की जाय.बड़े नोटों (१०००, ५०० आदि) का प्रचालन बंद किया जाय.जनता के प्रमुख कार्यों को पूरा करने एवं शिकायतों पर कार्यवाही करने के लिए समय सीमा निर्धारित हो. लोकसेवकों द्वारा इसे पूरा न करने पर वे दंड के भागी बने.विशेषाधिकार और विवेकाधिकार कम किये जाँय या हटा दिए जांय.सभी 'लोकसेवक' (मंत्री, सांसद, विधायक, ब्यूरोक्रेट, अधिकारी, कर्मचारी) अपनी संपत्ति की हर वर्ष घोषणा करें.भ्रष्टाचार करने वालों के लिए कठोर दंड का प्रावधान किया जाय. भ्रष्टाचार की कमाई को राजसात (सरकार द्वारा जब्त) करने का प्रावधान हो.चुनाव सुधार किये जांय और भ्रष्ट तथा अपराधी तत्वों को चुनाव लड़ने पर पाबंदी हो.विदेशी बैंकों में जमा भारतीयों का काला धन भारत लाया जाय और उससे सार्वजनिक हित के कार्य किये जांय.
Similar questions