बस इतने ही काफी है फिर मैं भी और जो लगाऊंगा लगाता लगाता हूं ही भी वाक्य में किसी बात पर जोर देने का काम कर रहा है ऐसे शब्द को नहीं पद करता है दो बैलों की कथा पाठ में से पांच ऐसे वाक्य छाती में निपुण का वाक्य प्रयोग हुआ हो। ही भी
Answers
Explanation:
अंधा मोड़
‘‘सौरभ, ऐसे कब तक चलेगा?’’
‘‘तुम्हारा क्या मतलब है माधवी?’’
‘‘मेरा मतलब यह है कि सौरभ…’’ माधवी ने एक पल रुक कर कहा, ‘‘अब हम ऐसे कब तक छिपछिप कर मिला करेंगे?’’
‘‘जब तक तुम्हारा और मेरा सच्चा प्यार है…’’ समझाते हुए सौरभ बोला, ‘‘फिर तुम क्यों घबराती हो?’’
‘‘मैं घबराती तो नहीं हूं सौरभ, मगर इतना कहती हूं कि अब हमें शादी कर लेनी चाहिए,’’ माधवी ने जब यह प्रस्ताव रखा, तब सौरभ सोचने पर मजबूर हो गया.
हां, सौरभ ने माधवी से प्यार किया है, शादी भी करना चाहता है, मगर इस के लिए उस ने अपना मन अभी तक नहीं बनाया है. उस के इरादे कुछ और ही हैं, जो वह माधवी को बताना नहीं चाहता है. उस ने माधवी को अपने प्रेमजाल में पूरी तरह से फांस लिया है. अब मौके का इंतजार कर रहा है. उसे चुप देख कर माधवी फिर बोली, ‘‘क्या सोच रहे हो सौरभ?’’ ‘‘सोच रहा हूं कि हमें अब शादी कर लेनी चाहिए.’’
‘‘बताओ, कब करें शादी?’’
‘‘तुम तो जानती हो माधवी, मेरे मांबाप बचपन में ही गुजर गए थे. अंकल ने मुझे पालापोसा और पढ़ाया, इसलिए वे जैसे ही अपनी सहमति देंगे, हम शादी कर लेंगे.’’
‘‘मगर, डैडी मेरी शादी के लिए जल्दी कर रहे हैं…’’ समझाते हुए माधवी बोली, ‘‘मैं टालती जा रही हूं. आखिर कब तक टालूंगी?’’
‘‘बस माधवी, अंकल हां कर दें, तो हम फौरन शादी कर लेंगे.’’
‘‘पता नहीं, तुम्हारे अंकल न जाने कब हां करेंगे.’’