बस का कंडक्टर अपने साथ बस अड्डे से क्या लाया था?
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Answer:
बस का कंडक्टर अपने साथ बस अड्डे से दूसरा बस लाया था।
Explanation:
Hope it will help you dear mate!
Answer:
बस का कंडक्टर दो बच्चों के लिए दूध व पानी लाने गया था. कंडक्टर ने अपनी ईमानदारी इस तरह दिखाई कि उसने बस खराब होने की स्थिति में फटाफट साइकिल से जा कर दूसरी बस का प्रबंध किया। 'क्या निराश हुआ जाये' पाठ में एक बार लेखक सपरिवार बस से यात्रा कर रहा था। रास्ते में एक निर्जन स्थान पर बस खराब हो गई ।
Explanation:
हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखित 'क्या निराश हुआ जाए' एक श्रेष्ठ निबंध है। इस पाठ के द्वारा लेखक देश में उपजी सामाजिक बुराइयों के साथ-साथ अच्छाइयों को भी उजागर करने के लिए कहते है।बस कंडक्टर लेखक के बच्चों के लिए खाना लाया।उनके पास पैसे अवश्य थे पर उनकी बस ऐसे स्थान पर खराब हो गई थी जहाँ भोजन व पानी नहीं मिल सकता था। यही कारण है कि कंडक्टर द्वारा लाया गया दूध उनके लिए उस समय महत्वपूर्ण था। इसका तात्पर्य यह है कि छोटी-छोटी चीजों की मदद भी सहायता कही जाती है।
#SPJ3