बस स्टैंड पर एक घंटा वर्णनात्मक निबंध
Answers
Answer:
Explanation:
"बस स्टॉप का दृश्य"
मैंने चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए निकलना था, मैंने निश्चय किया कि मैं यह यात्रा बस के माध्यम से करूंगा। मैंने निश्चय किया की गाड़ी से चलता हूं। मैंने घर से रिक्शा लिया और बस स्टॉप पहुंच गया। मैं देख कर हैरान हो गया कि इतनी जनता कहां से आई और कहां जा रही है। बहुत ही भीड़ थी I
वहां पर परिवहन निगम के कर्मचारी अपनी कार्य में व्यस्त थे। कुछ परिचालक जोर जोर से आवाज लगा रहे थे, अमुक स्टेशन के लिए गाड़ी जा रही है। कुछ परिचालक टिकट काटने में व्यस्त थे लोगों की बहुत लंबी लाइन लगी हुई थी हर स्टेशन के लिए एक अलग कक्ष की व्यवस्था थी।
कुछ लोग अपने सामान के साथ वहां पर लेटे हुए थे जैसे मानो अपने घर के आंगन में विश्राम कर रहे हो। कुछ बड़ी तेजी से भागते हुए आ रहे थे और अपनी गाड़ी में चढ रहे थे। सफाई कर्मचारी सफाई में व्यस्त थे तथा वह कूड़े करकट को इधर उधर से उठाकर के कूड़ेदान में डाल रहे थे तथा फर्श की सफाई कर रहे थे। साथ बनी दुकानों से कुछ लोग चाय बिस्किट ले रहे थे। कुछ लोग एटीएम के बाहर लाइनों में खड़े थे।
मैं भी जैसे-तैसे कर की भीड़ को चीरता हुआ टिकट लेने के लिए लाइन में लग गया। जैसे तैसे मेरी बारी आई मैंने दिल्ली के लिए टिकट लिया और शाम की 6:15 वाली गाड़ी का इंतजार करने लगा। कुछ लोग अपनी छोटे-छोटे बच्चों को लेकर बस का इंतजार कर रहे थे। एक छोटी बच्ची इतनी भीड़ को देख कर डर गई और रोने लगी। मेरे पास चॉकलेट थी और मैंने उस बच्ची को दी।
जैसे ही बस आकर के अपने स्थान पर लगी और लाउडस्पीकर के द्वारा यह घोषणा कर दी गई कि जो यात्री दिल्ली के लिए जाना चाहते हैं वह इस बस में बैठ जाएं I
मैंने भी अपना बैग उठाया और बस में जा बैठा। देखते ही देखते ही सारी बस यात्रियों से भर गई। तभी बस के चालक और परिचालक आए और बस दिल्ली के लिए चल पड़ी। परिचालक ने सबकी टिकट चेक की, उसके बाद मैंने अपना मोबाइल निकाला और दोस्तों के साथ चैट करने लगा।