बस, वश, बस तीन शब्द हैं-इनमें बस सवारी के अर्थ में, वश अधीनता के अर्थ में, और बस पर्याप्त (काफी) के अर्थ में प्रयुक्त होता है, जैसे-बस से चलना होगा। मेरे वश में नहीं है। अब बस करो।
Answers
Answered by
0
bus,bus ek garhi hei
wos,kisi ko apne taraph ia kabu kar lena ia kabu Hein
bas,kisi sijko ho Jane iato yothajit samjane me lie istemal Kia jata hei
Answered by
2
Answer:
वश – आज-कल के बच्चों को समझाना सबके वश की बात नहीं।
वश – भगवान की करनी मनुष्य के वश में नहीं।
बस – बस करो, कितना खाओगे?
बस – बस करो, इतना काफी है।
Similar questions
Geography,
4 months ago
Social Sciences,
4 months ago
Sociology,
4 months ago
Hindi,
1 year ago
Hindi,
1 year ago