बस यात्रा के अनुभव पर एक अनुच्छेद लिखिए
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मेरे साथ भी बचपन में ऐसा ही कुछ हुआ था मेरी पहली बस यात्रा जब मैंने की तो मुझे कुछ अजीब सा अहसास हुआ. हम जब भी पहली बार कुछ करते हैं तो हमें थोड़ा डर भी लगता है. ... हम सभी बस में बैठ गए. मैंने देखा कि सुबह के टाइम भी बस पूरी भरी हुई थी मेरे पापा ने कंडक्टर से बात करके हम सभी के लिए एक सीट ली और हम सभी उसी पर बैठ गए.
मेट्रो स्टेशनों को छोड़कर भारत के सभी रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर देश के नागरिकों की ऐसी हरकतें आपकों चेहरे पर रूमाल रखने के लिए अवश्य बाधित कर देगी.
मेट्रो स्टेशनों को छोड़कर भारत के सभी रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर देश के नागरिकों की ऐसी हरकतें आपकों चेहरे पर रूमाल रखने के लिए अवश्य बाधित कर देगी.किसी बस अड्डे या रेलवे स्टेशन पर यदि यह बदबू आपकों परेशान न करती हो तो समझ लीजिए कि आप किसी यूरोपीय देश में पहुँच चुके हैं.
मेट्रो स्टेशनों को छोड़कर भारत के सभी रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर देश के नागरिकों की ऐसी हरकतें आपकों चेहरे पर रूमाल रखने के लिए अवश्य बाधित कर देगी.किसी बस अड्डे या रेलवे स्टेशन पर यदि यह बदबू आपकों परेशान न करती हो तो समझ लीजिए कि आप किसी यूरोपीय देश में पहुँच चुके हैं.मैं नाक पर रूमाल रखे, एक हाथ में अपना सामान लिए टिकट काउन्टर पर पहुंचा. काउन्टर पर काफी भीड़ थी. मैं भी पंक्ति में शामिल हो गया. लगभग एक घंटे तक पंक्ति में खड़ा रहने के बाद मैं टिकट लेने में कामयाब हो गया.
मेट्रो स्टेशनों को छोड़कर भारत के सभी रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर देश के नागरिकों की ऐसी हरकतें आपकों चेहरे पर रूमाल रखने के लिए अवश्य बाधित कर देगी.किसी बस अड्डे या रेलवे स्टेशन पर यदि यह बदबू आपकों परेशान न करती हो तो समझ लीजिए कि आप किसी यूरोपीय देश में पहुँच चुके हैं.मैं नाक पर रूमाल रखे, एक हाथ में अपना सामान लिए टिकट काउन्टर पर पहुंचा. काउन्टर पर काफी भीड़ थी. मैं भी पंक्ति में शामिल हो गया. लगभग एक घंटे तक पंक्ति में खड़ा रहने के बाद मैं टिकट लेने में कामयाब हो गया.इस सफलता पर मैं कितना इतरा रहा था, मैं ही समझ सकता हूँ. एक घंटे तक खड़े होने के बाद यदि आपकों सफलता नसीब हो तो ऐसी ही ख़ुशी आपकों मिलेगी.
मेट्रो स्टेशनों को छोड़कर भारत के सभी रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर देश के नागरिकों की ऐसी हरकतें आपकों चेहरे पर रूमाल रखने के लिए अवश्य बाधित कर देगी.किसी बस अड्डे या रेलवे स्टेशन पर यदि यह बदबू आपकों परेशान न करती हो तो समझ लीजिए कि आप किसी यूरोपीय देश में पहुँच चुके हैं.मैं नाक पर रूमाल रखे, एक हाथ में अपना सामान लिए टिकट काउन्टर पर पहुंचा. काउन्टर पर काफी भीड़ थी. मैं भी पंक्ति में शामिल हो गया. लगभग एक घंटे तक पंक्ति में खड़ा रहने के बाद मैं टिकट लेने में कामयाब हो गया.इस सफलता पर मैं कितना इतरा रहा था, मैं ही समझ सकता हूँ. एक घंटे तक खड़े होने के बाद यदि आपकों सफलता नसीब हो तो ऐसी ही ख़ुशी आपकों मिलेगी.मेरे मित्रों ने बस से यात्रा को खतरनाक मानते हुए मुझे ऐसी मुर्खता करने से मना किया था, पर मुझे तो रोमांच की तलाश थी न, भला मैं कैसे मानता.
मेट्रो स्टेशनों को छोड़कर भारत के सभी रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर देश के नागरिकों की ऐसी हरकतें आपकों चेहरे पर रूमाल रखने के लिए अवश्य बाधित कर देगी.किसी बस अड्डे या रेलवे स्टेशन पर यदि यह बदबू आपकों परेशान न करती हो तो समझ लीजिए कि आप किसी यूरोपीय देश में पहुँच चुके हैं.मैं नाक पर रूमाल रखे, एक हाथ में अपना सामान लिए टिकट काउन्टर पर पहुंचा. काउन्टर पर काफी भीड़ थी. मैं भी पंक्ति में शामिल हो गया. लगभग एक घंटे तक पंक्ति में खड़ा रहने के बाद मैं टिकट लेने में कामयाब हो गया.इस सफलता पर मैं कितना इतरा रहा था, मैं ही समझ सकता हूँ. एक घंटे तक खड़े होने के बाद यदि आपकों सफलता नसीब हो तो ऐसी ही ख़ुशी आपकों मिलेगी.मेरे मित्रों ने बस से यात्रा को खतरनाक मानते हुए मुझे ऐसी मुर्खता करने से मना किया था, पर मुझे तो रोमांच की तलाश थी न, भला मैं कैसे मानता.बस नियत समय से लगभग दो घंटे लेट थी. मैं बस में सवार होकर उस वक्त को कोस रहा था, जब मैंने बस से यात्रा करने का निर्णय लिया था. आखिर दो घंटे बाद बस ड्राईवर उपस्थित हुआ, मुझे अत्यंत ख़ुशी हुई.