बताइए
क. कवि बेखबर लोगों को किस प्रकार जगाना चाहते हैं?
ख. अस्ताचल और उदयाचल से कवि का क्या आशय है?
ग. कवि श्रम और कार्य निष्ठा से भागनेवालों को क्या निर्देश दे रहे हैं?
of poem jaagran giit
by sohanlal drivedi
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Answers
Answer:
1. कभी गीत गाकर ही लोगों को जगाना चाहता है यह इसलिए कि साधारण रूप से कही गई बातों अपेक्षा गीत के माध्यम से गई कही गई बातें अधिक प्रभावशाली होती है।
2. उपरोक्त पंक्तियों के माध्यम से कभी यह दर्शाया जा रहा है कि गहरी नींद में पड़े रहना जीवन की सच्चाई को नकारना है इस प्रकार जीवन डूबते हुए सूरज के समान है जिनमें ना कोई आशा विश्वास आकर्षण समुल्लास आदि जीवन स्वरूप दिखाई देते हैं इस प्रकार का जीवन अपितु स्वयं के लिए बता दूसरों के लिए भी कष्टकारी होता है। इसीलिए ऐसे जीवन का त्याग करके अरुण उदयाचल अर्थात प्रगति के पथ पर पढ़ने के लिए हर प्रकार से कदम बढ़ाना चाहिए।
Explanation:
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Answer:
जब किसी बड़े कार्य को छोटे-छोटे तर्कसंगत टुकड़ों में बाँटककर हर भाग को करने के लिये अलग-अलग लोग निर्धारित किये जाते हैं तो इसे श्रम विभाजन (Division of labour) या विशिष्टीकरण (specialization) कहते हैं। श्रम विभाजन बड़े कार्य को दक्षता पूर्वक करने में सहायक होता है। ऐतिहासिक रूप से श्रम-विभाजन व्यापार की वृद्धि, सम्पूर्ण आउटपुट की वृद्धि, पूंजीवाद का उदय तथा औद्योगीकरण की जटिलता में वृद्धि से जुड़ा रहा है। परिष्कृत होकर धीरे-धीरे श्रम-विभाजन वैज्ञानिक प्रबन्धन के स्तर तक जा पहुँचा। मोटे तौर पर यह कार्यकारी-समाज है जिसके अलग-अलग भाग भिन्न-भिन्न काम करते हैं। जैसे- कुछ लोग कृषि करते हैं; कुछ लोग कुम्भकारी करते हैं और कुछ लोग लोहारी करते हैं। भारत की वर्णाश्रम व्यवस्था मूलत: श्रम-विभाजन का ही रूप है।