बदलू के मन में ऐसी कौन सी व्यथा थी जो लेखक से छिपी न रह सकी
Answers
Answered by
41
Answer:
बदलू के मन में ऐसी कौन सी व्यथा थी जो लेखक से छिपी न रह सकी ??
Explanation:
लाख की चूड़ियाँ बदलू के मन में ऐसी कौन-सी व्यथा थी जो लेखक से छिपी न रह सकी। मशीनी काँच की चूड़ियों का चलन बढ़ जाने से बदलू की लाख की चूड़ियाँ अब कोई न खरीदता था। इसी कारण उसका चूड़ियों का काम बंद हो गया।
please mark me Brainliest ♥️❤️♥️❤️♥️❤️♥️❤️❤️♥️
Answered by
52
Answer:
बदलू लाख की चूड़ियाँ बेचा करता था परन्तु जैसे-जैसे काँच की चूडियों का प्रचलन बढ़ता गया उसका व्यवसाय ठप पड़ने लगा। अपने व्यवसाय की यह दुर्दशा बदलू को मन ही मन कचौटती थी। बदलू के मन में इस बात कि व्यथा थी कि मशीनी युग के प्रभावस्वरुप उस जैसे अनेक कारीगरों को बेरोजगारी और उपेक्षा का शिकार होना पड़ा है। अब लोग कारीगरी की कद्र न करके दिखावटी चमक पर अधिक ध्यान देते हैं। यह व्यथा लेखक से छिपी न रह सकी।
hope it's help you
hope it's help you mark as brainlist
Similar questions
Science,
5 months ago
Computer Science,
5 months ago
Geography,
10 months ago
Political Science,
1 year ago
English,
1 year ago