बदलते परिवेश में आदमी की भूमिका विषय पर अपने विचार लिखिए ।
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धर्मजीवी बीएड कॉलेज में बृहस्पतिवार को बदलते परिवेश में अध्यापकों का उत्कृष्ट मॉडल विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। इसमें कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व डीन प्रोफेसर एमएम गोयल ने कॉलेज के विद्यार्थियों एवं अध्यापकों को बदलते परिवेश में अध्यापकों की भूमिका के विषय में बताया।
उनके अनुसार पहले हमारी अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित थी, लेकिन आने वाली पीढि़यों के लिए आर्थिक जानकारी जुटाने का एकमात्र साधन अध्यापक ही है। पहले अध्यापन में ऐसे लोग आते थे, जिनमें जुनून होता था, लेकिन आज शिक्षा का स्तर नीचे गिरता जा रहा है। इसका कारण अध्यात्मिक दिवालियापन एवं शिक्षा का व्यापारीकरण है। उन्होंने कहा कि शिक्षण में अच्छे अध्यापकों द्वारा हम ऊपरी मुकाम को हासिल कर सकते है, जिसके लिए शिक्षक को महत्व दिया जाना चाहिए। एक शिक्षक के रूप में आसपास के लोगों की अपेक्षाएं क्या है। क्या जरूरतें है। इस पर ध्यान दें तो अच्छा शिक्षक बन सकते है।
किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है एक अच्छा नागरिक बनना। अध्यापकों से उनका सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करने के लिए विश्वास और सम्मान का वातावरण बनाना बहुत आवश्यक है।
शिक्षक को अपना आस्तित्व बनाए रखने के लिए तीन-आर की जानकारी होनी चाहिए। शिक्षक को अपने विषय के अलावा दूसरे विषयों की जानकारी भी होनी चाहिए। उनका कहना था कि शिक्षक को अपनी आत्मा की आवाज पर कार्य करना चाहिए और शिक्षकों को किस तरह का व्यवहार करना है, इसकी जानकारी भी होनी चाहिए। गीता के सत्रहवें अध्याय के 15वें श्लोक में वाणी का महत्व बताया गया है और वाणी के द्वारा ही कोई व्यक्ति अच्छा शिक्षक बन सकता है। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा में खेलों का महत्व होना चाहिए। क्रिकेट की बजाय दूसरे खेलों को भी बढ़ावा दिया जाना आवश्यक है।
इससे पहले मुख्यातिथि प्रोफेसर एमएम गोयल, कॉलेज चेयरमैन विजय सभ्रवाल एवं सचिव शशि सभ्रवाल ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की। अंत में सचिव शशि सभ्रवाल ने उनका धन्यवाद किया और कहा कि उनके इन विचारों से हमारे भावी शिक्षकों को अच्छा शिक्षक बनने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम में कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. हरमीत कौर द्वारा मुख्यातिथि प्रोफेसर गोयल को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शिक्षिका शालिनी राजपूत, डॉ. मीनाक्षी शर्मा, डॉ. दिव्या गौड़, कुमारी रजनी, कुमारी निधि, नम्रता एवं सरोज उपस्थित रहे।