Hindi, asked by rajdeepsingh67, 8 months ago

बदत्ती महलाई विषय पर दो महिलाओं के बीच
हुई बातचीत को संवाद रूप में लिखिए​

Answers

Answered by shreyajayesh7759
2

Answer:

hope it helps

सीमा: रेखा तुमने देखा आज कल लड़कियों और महिलाओं का अकेले बहार निकलना मुश्किल हो गया है.

रेखा: हाँ यार सही कह रही हो, आजकल तो घर से बाहर निकलने में डर लगता है।

सीमा: कितनी केस सुनने को मिल रहे है लड़कियों के साथ छेड़ने की उनको तंग करने की I

रेखा: महिलाओं की सुरक्षा पुलिस का काम है।

सीमा: उनको महिलाओं की सुरक्षा के लिए सब जगह सतर्क रहना चाहिए।"

रेखा: महिलाओं की सुरक्षा के लिए सी.सी.टी.वी कैमरा होना जरूरी ऑफिस मैं कालेज मैं, स्कूल मैं सब जगह निगरानी रखी जाये ।

सीमा: और हेल्प लाइन नंबर भी देने चाहिए ।

रेखा: सही कहा सीमा, नहीं तो ऐसे बहुत मुश्किल हो जायेगा ।

सीमा: महिलाओं को आश्वासन देने के लिए पुलिस को उचित नीतियाँ बनानी चाहिए।"

Answered by happymind2105
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Answer:

रचना – अलका बहन नमस्ते! कैसी हो?

अलका – नमस्ते रचना, मैं ठीक हूँ पर महँगाई ने दुखी कर दिया है।

रचना – ठीक कहती हो बहन, अब तो हर वस्तु के दाम आसमान छूने लगे हैं।

अलका – मेरे घर में तो नौकरी की बँधी-बधाई तनख्वाह आती है। इससे सारा बजट खराब हो गया है।

रचना – नौकरी क्या रोज़गार क्या, सभी परेशान हैं।

अलका – हद हो गई है कोई भी दाल एक सौ बीस रुपये किलो से नीचे नहीं है।

रचना – अब तो दाल-रोटी भी खाने को नहीं मिलने वाली।

अलका – बहन कल अस्सी रुपये किलो तोरी और साठ रुपये किलो टमाटर खरीदकर लाई। आटा, चीनी, दाल, चावल मसाले दूध सभी में आग लगी है।

रचना – फल ही कौन से सस्ते हैं। सौ रुपये प्रति किलो से कम कोई भी फल नहीं हैं। अब तो लगता है कि डाक टर जब लिखेगा तभी फल खाने को मिलेगा।

अलका – सरकार भी कुछ नहीं करती महँगाई कम करने के लिए। वैसे जनता की भलाई के दावे करती है। जमाखोरों पर कार्यवाही भी नहीं करती है।

रचना – नेतागण व्यापारियों से चुनाव में मोटा चंदा लेते हैं फिर सरकार बनाने पर कार्यवाही कैसे करे।

अलका – गरीबों को तो ऐसे ही पिसना होगा। इनके बारे में कोई नहीं सोचता।

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