बड़े सवेरे मना रहा है कौन खुशी में यह दीवाली वन उपवन में जला दी है किसने दीपावली निराली ? जी होता है इन ओस कणों को अंजलि में भर धर ले आऊं ? इनकी शोभा निरख निरख कर इन पर एक कविता बनाऊं ।
1) कवि और कविता का नाम लिखें ?
2) ओस कणों को देख कर कवि का मन क्या करना चाहता है ?
3) यह किस मौसम की कविता हो सकती है।
4) उपवन शब्द का दो पर्यायवाची शब्द लिखें।
Answers
Answered by
2
किसने दीपावली निराली? कवि को ऐसा लगता जैसे बाग बगीचों में कोई सैंकड़ों दीप जलाकर सबेरे सबेरे दिवाली मना रहा है। इन पर कविता एक बनाऊँ। आखिर में कवि ओस की नैसर्गिक सुंदरता से इतना अभिभूत हो गया है कि उसकी इक्षा हो रही है कि उन्हें अपनी अंजलि में भर कर घर ले जाए।
⠀ ━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
Answered by
3
Explanation:
कवि को ऐसा लगता जैसे बाग बगीचों में कोई सैंकड़ों दीप जलाकर सबेरे सबेरे दिवाली मना रहा है। इन पर कविता एक बनाऊँ। आखिर में कवि ओस की नैसर्गिक सुंदरता से इतना अभिभूत हो गया है कि उसकी इक्षा हो रही है कि उन्हें अपनी अंजलि में भर कर घर ले जाए।
pls folløw ❤️
Similar questions