चूक का सिद्धांत क्या था?
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चूक का सिद्धांत डलहौजी की नीति थी, जो तत्कालीन गवर्नर जनरल ने 1848 ई। में स्वतंत्र भारतीय राज्यों को रद्द करने के लिए किया था। यह सिद्धांत इस विचार पर आधारित था कि यदि आश्रित राज्य का कोई शासक निःसंतान मर जाता है, तो राज्य पर शासन करने का अधिकार वापस या संप्रभु को 'लैप्स' हो जाता है।
Answer:
चूक का सिद्धांत डलहौजी की नीति थी, जो तत्कालीन गवर्नर जनरल ने 1848 ई। में स्वतंत्र भारतीय राज्यों को रद्द करने के लिए किया था। यह सिद्धांत इस विचार पर आधारित था कि यदि आश्रित राज्य का कोई शासक निःसंतान मर जाता है, तो राज्य पर शासन करने का अधिकार वापस या संप्रभु को 'लैप्स' हो जाता है।
Explanation:
चूक का सिद्धांत डलहौजी की नीति थी, जो तत्कालीन गवर्नर जनरल ने 1848 ई। में स्वतंत्र भारतीय राज्यों को रद्द करने के लिए किया था। यह सिद्धांत इस विचार पर आधारित था कि यदि आश्रित राज्य का कोई शासक निःसंतान मर जाता है, तो राज्य पर शासन करने का अधिकार वापस या संप्रभु को 'लैप्स' हो जाता है।