चुम्बकीय बल रेखाओं से क्या तात्पर्य है ? चुम्बकीय बल रेेखाओं के गुण लिखिए ।
Answers
Answer:
परिभाषा : किसी भी चुम्बक के चारों ओर का वह क्षेत्र जिसमे चुम्बकीय प्रभाव का अनुभव किया जा सकता है उस पर काल्पनिक रेखाएं खींचने पर यह पथ वक्र के रूप में प्राप्त होता है , इन वक्र रेखाओ को ही चुम्बकीय बल रेखाएं कहते है।
गुण :
1 . चुंबकीय बल रेखाएं सदैव चुम्बक के उत्तरी धुर्व से निकलती है तथा वक्र बनाती हुई दक्षिणी धुर्व में प्रवेश कर जाती है और चुम्बक के अंदर से होती हुई पुनः उत्तरी धुर्व पर वापस आती है |
2. दो बल रेखाएं एक दूसरे को कभी नहीं काटती है यदि वह काटेगी तो दो दिशा प्रप्थ होगी जो की संभव नहीं कोई विधुत क्षेत्र रेखा में केवल एक दिशा होती है |
3. चुम्बक क्षेत्र जहा प्रवल होता है , वहा वल रेखाएं पास पास होती है|
4. एक सामान चुंबकीय क्षेत्र की बल रेखाएं परस्पर समान्तर एवं बराबर बराबर दूरिया पर होती है |
● चुंबकीय क्षेत्र में बल रेखाएं ये काल्पनिक रेखा है , जो उस स्थान में चुंबकीय क्षेत्र की दिशा का सतह प्रदर्शन करती है | चुंबकीय बल रेखाएं के किसी भी बिंदु पर खींचा गया स्पर्श रेखा उस बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को प्रदर्शित करती है|
It's very important for class 10th.