चीनी का दाना जल में घुली जाने पर दिखाई नहीं देता है किसके परीक्षा द्वारा यह बताया जा सकता है कि चीन का आयोजन में ही है खून नहीं गया
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Answer:चीनी (अंगरेजी: शुगर; हिंदी: शक्कर, शर्करा) सवाद में मीठ लागे वाला, पानी में घुल सके वाला कार्बोहाइड्रेड होला, आ खाना में अउरी बिबिध खाए वाली चीज बनावे में इस्तमाल होला। ई कई अलग-अलग चीज से बनल हो सके ला जइसे कि भारत में गन्ना के रस से चीनी बनावल जाला जबकि कई देस सभ में ई चीनी चुकंदर भा गंजी से भी बनावल जाला।
सिंपल चीनी, जेकरा के मोनोसैक्राइड कहल जाला, तीन परकार के होलीं - ग्लूकोज, फ्रक्टोज आ गैलाक्टोज। आमतौर पर जवना दानेदार या रवा (क्रिस्टल) वाली चीनी के हमहन देखीं ला जा ऊ चीनी के एक ठो प्रकार भर हवे। एकरा के अंगरेजी में "टेबल शुगर" कहल जाला। ई ग्लूकोज आ फ्रक्टोज के मिलजुल रूप होला आ तकनीकी भाषा में सुक्रोज कहाला; रासायनिक रूप में एही के डाईसैक्राइड कहल जाला। एह चीनी के इस्तेमाल कई किसिम के खाना में भा मिठाई में होला या फिर रसोईघर में ई इस्तेमाल होला चाय काफी बनावे में सीधे चम्मच से डाल के घोर दिहल जाला। शरीर में जा के एह सुक्रोज के हाड्रोलाइज होखे, मने कि पानी में घुल के टूट जाए पर ग्लूकोज आ फ्रक्टोज अलगा हो जालें। अइसन अउरी डाईसैक्राइड सभ में माल्टोज आवे ला जे अनाज में मौजूद चीनी होला आ लैक्टोज आवे ला जे दूध में मौजूद चीनी होला। चीनी के, रासायनिक रूप से अउरी लमहर लड़ी सभ के ओलिगोसैक्राइड भा पॉलीसैक्राइड कहल जाला। कुछ अन्य चीज, जइसे कि ग्लिसेरोल भा शुगरएल्कोहल के सवाद भी मीठ जरूर होला बाकी इनहन के चीनी के अंतर्गत ना रखल जाला। डायटिंग वाला खाना में मिठास खातिर इस्तेमाल होखे वाली चीज में एस्परटेम आ सुक्रालोज के इस्तेमाल होला जे सुक्रोज के क्लोरीनेटेड रूप होखे लें।
चीनी के कुछ न कुछ मात्रा ज्यादातर पौधा सभ के टिशू में मिले ला आ गन्ना आ चीनी चुकंदर (सुगरबीट) के पौधा सभ में एकर मात्रा अतना होला कि आसानी से बानिज्यिक रूप से निकाल के बिलग कइल जा सके ला। साल 2017–18 में, पूरा दुनियाँ में चीनी के कुल उत्पादन 185 मिलियन टन रहल। पूरा दुनियाँ में, औसतन 24 किलोग्राम (850 औंस) चीनी प्रति ब्यक्ति सालाना खपत होला (33.1 किग्रा बिकसित देस सभ में), जे लगभग 260 खाना कैलोरी प्रति ब्यक्ति प्रति दिन के बरोबर होला। बीसवीं सदी के अंतिम दौर के बाद से ई सवाल प्रमुख रूप से सोझा रखल गइल बा कि का अतना बेसी मात्रा में चीनी के खाइल, खासतौर पर रिफाइंड चीनी (साफ कइल आ ब्लीच क के उज्जर बनावल) के खाइल, मनुष्य के सेहत खाती ठिक बा कि ना। बेसी मात्रा में चीनी के खाए के कारन मोटापा, शुगर, कार्डियोवेस्कुलर बेमारी (दिल आ खून के नस संबंधी), डिमेंशिया आ दाँत के क्षय होखले के संभावना के साथे जोड़ल गइल बा। एह तरह के कई गो अध्ययन भइल बाड़े, हालाँकि मुख्य रूप से पर्याप्त आँकड़ा के अभाव में रिजल्ट सभ अलग-अलग किसिम के रहल बाड़ें।
Explanation:brainlist varna maut
Answer:
kya likhe ho samajh nhi aa rha hai