चुनावों में राजनीतिक दलों द्वारा आम जनता को मुफ्त बिजली पानी आदि सुविधाओं का प्रलोभन देना अनुचित है। आपको इस विषय के विपक्ष में लगभग 400 शब्दों में अपने विचार लिखने हैं।
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चुनाव में राजनीतिक दलों द्वारा आम जनता को मुफ्त बिजली पानी की घोषणा पर अनुच्छेद
चुनावों में राजनीतिक दलों द्वारा आम जनता को मुफ्त-बिजली पानी आदि सुविधाओं का प्रलोभन देना बिल्कुल ही अनुचित है, जो भी राजनीतिक दल ऐसा ऐसी कोई घोषणा करता है वह केवल अपने स्वार्थ को साधने हेतु ऐसी घोषणाएं करता है। हर राजनीतिक दल का प्रथम और आखिरी उद्देश्य सत्ता हासिल करना होता है, उसके लिए चाहे उन्हें किसी भी तरह की घोषणाएं करने पड़े वह घोषणा करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
राजनीतिक दल केवल दूरगामी परिणाम नहीं सोचते वह केवल अपने स्वास्थ्य के बारे में चमत्कार निकट गामी प्रणाम सोचते हैं कि उन्हें किसी भी तरह की घोषणा करके सत्ता प्राप्त हो जाए, इसलिए वह ऐसी मुफ्त सुविधाओं की घोषणा करते हैं। किसी भी तरह की मुफ्त सुविधायें राजनीतिक दल अपने जेब से नहीं देते, वह अंततः सरकार खजाने से ही खर्चा होता है। सरकार का जो खजाना होता है, वह जनता के टैक्स से भरा जाता है। इसलिये जो भी मुफ्त सुख सुविधाएं देने की राजनीतिक दल घोषणा करते हैं, उसका बोझ दूसरे रूप में जनता पर ही वापस पड़ता है।
ऐसी मुफ्त की बिजली-पानी की घोषणा से उन लोगों को भी फायदा होता है जो बिजली पानी का बिल बहन करने की सामर्थ रखते हैं, लेकिन फ्री सुविधा मिलने के कारण वह बिजली पानी का बिल नहीं भरते, इससे लोगों में मुफ्त की सुविधायें लेने की गलत प्रवृत्ति विकसित हो जाती है।
अतः राजनीतिक दलों द्वारा किसी मुफ्त बिजली पानी की घोषणा करना बिल्कुल अनुचित है। उन्हें समाज के कमजोर वर्गों के लिए रियायती दरों पर बिजली-पानी की घोषणा करनी चाहिए और सभी के लिए मुफ्त बिजली पानी की घोषणा कर नहीं करनी चाहिए।
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