चुनाव निर्णय के आधार पर दो भिन्न भिन्न पार्टियों के नेताओं के बीच संवाद
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चुनाव निर्णय के आधार पर दो भिन्न भिन्न पार्टियों के नेताओं (कांग्रेस) और (बीजेपी) के बीच संवाद
नेता (कांग्रेस) — बधाई हो। इस बार तुम्हारी पार्टी बड़े भारी बहुमत दुबारा से जीत गई।
नेता (बीजेपी) — धन्यवाद, और हां और तुम्हारी पार्टी लगातार दूसरी बार बुरी तरह हारी।
नेता (कांग्रेस) — सब समय का फेर है एक समय था जब हमारी पार्टी का पूरे देश में बोलबाला था। पर आज उसकी बुरी हालत है।
नेता (बीजेपी) — तुमने कभी इस बात पर गौर नहीं किया कि तुम्हारी पार्टी की बुरी हालत क्यों हुई।
नेता (कांग्रेस) — अब हमारा नेतृत्व वैसा नहीं रहा, जैसा पहले होता था। अब उस तरह देश को समर्पित नेता नहीं है। हमारी पार्टी में सब एक दूसरे की टांग खींचने में लगे रहते हैं।
नेता (बीजेपी) — तुम शायद जनता के मन को भांप नही पाये कि जनता क्या चाहती है। तुम्हारे मुख्य नेता जनता के सामने खुद को मजबूत नेता के रूप में नही रख सके। जबकि हमारे मुख्य नेता की छवि जनता की नजरों में एक मजबूत नेता की है।
नेता (कांग्रेस) — हाँ, हमारी हार की ये वजह भी रही कि हम अपनी बात और योजनाओं को जनता के सामने सही ढंग से नही रख सके।
नेता (बीजेपी) — केवल ये ही कारण नही रहा तुम्हारी हार का। तुम्हारी पिछली सरकार में बहुत भ्रष्टाचार हुआ। इस कारण भी तुम्हारी छवि जनता की नजरों में खराब हुई, जब कि हमारी सरकार में कोई भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ और हमारी कई सरकारी योजनाओं ने गरीबों और आम जनता के हित के लिए कार्य किया है सब बातें हमारे पक्ष में गयीं।
नेता (कांग्रेस) — हुम्म.. ये हो सकता है।
नेता (बीजेपी) — इसके अलावा बहुत सारे कारण हैं। परिवर्तन समय की मांग होती है। देश में पिछले 50-60 सालों से तुम्हारी पार्टी का शासन रहा है। देश की जनता अब परिवर्तन चाहती है क्योंकि तुम्हारी पार्टी के शासनकाल में देश ने उतना विकास नही किया जितना उसे करना चाहिये था। भारत के साथ आजाद हुये अन्य देश कहाँ से कहाँ पहुँच गये। चीन का उदाहरण सामने है।
नेता (कांग्रेस) — यह तुम्हारा कहना गलत है कि देश ने बिल्कुल भी विकास नहीं किया। आज हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा प्रजातंत्र है और अनेक भाषा-संस्कृतियाँ होने के बावजूद पूरे देश में एकता रही है, यह सब कांग्रेस की ही देन है।
नेता (बीजेपी) — मैं यह नहीं कह रहा कि देश में विकास बिल्कुल भी नहीं हुआ बल्कि यह कह रहा हूं कि उस स्तर का विकास नहीं हुआ जिस स्तर का होना चाहिए था।
नेता (कांग्रेस) — ठीक है अब तुम्हारा समय है, तुम्हारी पार्टी का शासन है। देखते हैं तुम्हारी पार्टी देश को कितना आगे ले जाती है।
नेता (बीजेपी) — देखते जाओ देश बहुत तेजी से विकास करेगा।
नेता (कांग्रेस) — यह तो समय ही बताएगा