चार चीज जहान मे ना धरती ना आसमान मे ना बेद ना पुराण मे ना मानव की जुबान मे । क्या है? ????????
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यह वही बाबर है जिसने अपने काल में न जाने कितने मंदिर तोड़े, कितने ही हिंदुओं को मुसलमान बनाया, कितने ही हिंदुओं .... अकबर ने बच्चे से पूछा कि क्या तेरा पिता आत्मसमर्पण के लिए तैयार है? .... सत्ता के लिए लड़ने वाला एक लड़ाका ही बताया गया जिसके लिए इतिहास की किताबों में चार पंक्तियाँ ही पर्याप्त हैं. ... Or is tarh se logon ke dilo me nafrat paida kaarna kisi bhi jankari ko tod marodkar pesh karna aakhir tumhari itni kyo jalti hai yar ...... jab se yah sansar hai ...
afsanafatima5:
What is the meaning?
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चार चीज जहान मे ना धरती ना आसमान मे ना बेद ना पुराण मे ना मानव की जुबान मे । क्या है? ????????
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