चिराग तले अंधेरा स्टोरी राइटिंग
Answers
एक दिन अकबर व बीरबल महल कि छ्त पर बैठे सूर्योदय देख रहे थे कि किसी की चिल्लाहट से उन का ध्यान टूट गया। निचे जहा से पुकार आई थी, उन्होंने देखा कि किसी यात्री का मालअसबाब लूट कर चोर भागे जा रहे हैं और बेचारा यात्री दहाड़ मार कर रो रहा हैं।
एक दिन अकबर व बीरबल महल कि छ्त पर बैठे सूर्योदय देख रहे थे कि किसी की चिल्लाहट से उन का ध्यान टूट गया। निचे जहा से पुकार आई थी, उन्होंने देखा कि किसी यात्री का मालअसबाब लूट कर चोर भागे जा रहे हैं और बेचारा यात्री दहाड़ मार कर रो रहा हैं।बादशाह को उपर देख कर बोला, “ अन्न्दाता, आप के रहते हुए दिन दहाड़े चोरों ने मुझे लूट लिया, मेरी रक्षा किजिए”।
बादशाह को उस गरीब के उपर बड़ी दया आई और चोरों को पकड़ने के लिए तुरंत सिपाही भेजें। लेकिन चोर पहले ही नौ दो ग्यारह हो चुका था। सिपाही मुंह लट्काये वापस आ गये।
बादशाह को उस गरीब के उपर बड़ी दया आई और चोरों को पकड़ने के लिए तुरंत सिपाही भेजें। लेकिन चोर पहले ही नौ दो ग्यारह हो चुका था। सिपाही मुंह लट्काये वापस आ गये।बादशाह को इस बात का बड़ा दुख था कि महलों के पास चोरी हो जाये और पता भी ना लगे।“ यह सब बदइतजामी का ही नमूना है। ऐसा सोच कर बादशाह पास बैठे बीरबल से बोले,” यह सब बदइतजामी से हो होता है। क्या यह सब तुम्हारे लिए शर्म की बात नहीं हैं । जब आँखो के सामने ऐसी डाकाजनी होती है तो और स्थानों का कहना ही क्या हैं । अवशय ही प्रजा चोरी डकैती से नुकसान सह रही हैं। “
बादशाह को उस गरीब के उपर बड़ी दया आई और चोरों को पकड़ने के लिए तुरंत सिपाही भेजें। लेकिन चोर पहले ही नौ दो ग्यारह हो चुका था। सिपाही मुंह लट्काये वापस आ गये।बादशाह को इस बात का बड़ा दुख था कि महलों के पास चोरी हो जाये और पता भी ना लगे।“ यह सब बदइतजामी का ही नमूना है। ऐसा सोच कर बादशाह पास बैठे बीरबल से बोले,” यह सब बदइतजामी से हो होता है। क्या यह सब तुम्हारे लिए शर्म की बात नहीं हैं । जब आँखो के सामने ऐसी डाकाजनी होती है तो और स्थानों का कहना ही क्या हैं । अवशय ही प्रजा चोरी डकैती से नुकसान सह रही हैं। “बादशाह कुछ देर इसी उधेड़बुन मे रहे।
बादशाह को उस गरीब के उपर बड़ी दया आई और चोरों को पकड़ने के लिए तुरंत सिपाही भेजें। लेकिन चोर पहले ही नौ दो ग्यारह हो चुका था। सिपाही मुंह लट्काये वापस आ गये।बादशाह को इस बात का बड़ा दुख था कि महलों के पास चोरी हो जाये और पता भी ना लगे।“ यह सब बदइतजामी का ही नमूना है। ऐसा सोच कर बादशाह पास बैठे बीरबल से बोले,” यह सब बदइतजामी से हो होता है। क्या यह सब तुम्हारे लिए शर्म की बात नहीं हैं । जब आँखो के सामने ऐसी डाकाजनी होती है तो और स्थानों का कहना ही क्या हैं । अवशय ही प्रजा चोरी डकैती से नुकसान सह रही हैं। “बादशाह कुछ देर इसी उधेड़बुन मे रहे।बीरबल को चुप देख कर उन्होने ने कहा, “ बीरबल तुम ने सवाल का जबाब नहीं दिया?
बादशाह को उस गरीब के उपर बड़ी दया आई और चोरों को पकड़ने के लिए तुरंत सिपाही भेजें। लेकिन चोर पहले ही नौ दो ग्यारह हो चुका था। सिपाही मुंह लट्काये वापस आ गये।बादशाह को इस बात का बड़ा दुख था कि महलों के पास चोरी हो जाये और पता भी ना लगे।“ यह सब बदइतजामी का ही नमूना है। ऐसा सोच कर बादशाह पास बैठे बीरबल से बोले,” यह सब बदइतजामी से हो होता है। क्या यह सब तुम्हारे लिए शर्म की बात नहीं हैं । जब आँखो के सामने ऐसी डाकाजनी होती है तो और स्थानों का कहना ही क्या हैं । अवशय ही प्रजा चोरी डकैती से नुकसान सह रही हैं। “बादशाह कुछ देर इसी उधेड़बुन मे रहे।बीरबल को चुप देख कर उन्होने ने कहा, “ बीरबल तुम ने सवाल का जबाब नहीं दिया?बीरबल ने नरमी से कहा, जहांपनाह, चिराग तले अंधेरा रहना स्वाभाविक है, इसे आप हम दूर नहीं कर सकते हैं। “
बादशाह को उस गरीब के उपर बड़ी दया आई और चोरों को पकड़ने के लिए तुरंत सिपाही भेजें। लेकिन चोर पहले ही नौ दो ग्यारह हो चुका था। सिपाही मुंह लट्काये वापस आ गये।बादशाह को इस बात का बड़ा दुख था कि महलों के पास चोरी हो जाये और पता भी ना लगे।“ यह सब बदइतजामी का ही नमूना है। ऐसा सोच कर बादशाह पास बैठे बीरबल से बोले,” यह सब बदइतजामी से हो होता है। क्या यह सब तुम्हारे लिए शर्म की बात नहीं हैं । जब आँखो के सामने ऐसी डाकाजनी होती है तो और स्थानों का कहना ही क्या हैं । अवशय ही प्रजा चोरी डकैती से नुकसान सह रही हैं। “बादशाह कुछ देर इसी उधेड़बुन मे रहे।बीरबल को चुप देख कर उन्होने ने कहा, “ बीरबल तुम ने सवाल का जबाब नहीं दिया?बीरबल ने नरमी से कहा, जहांपनाह, चिराग तले अंधेरा रहना स्वाभाविक है, इसे आप हम दूर नहीं कर सकते हैं। “बीरबल के जबाब सुन कर बादशाह बहुत प्रसन्न हुए। इस के बाद उन्होंने उस यात्री को धन,वस्त्र आदि दे कर विदा किया।
✨ HOPE THIS HELPS YOU ✨