चोरी करने के झूठे आरोप में फँसे एक निर्दोष आरोपी और इंस्पेक्टर के बीच का संवाद लिखें।
अथवा
परीक्षा में असफल रहे सोहन और उसके पिता के बीच के संवाद को लिखें
Answers
Answered by
1
सोहन-पिताजी इस बार मेरे परीक्षा में कुछ ज्यादा अच्छे अंक नहीं आए हैं।
पिताजी-क्यों बेटा!
सोहन-पिताजी मुझे माफ करिएगा मैंने इस बार अच्छे से पढ़ाई नहीं की मैं पूरे साल खेलने में लगा रहा आपने मुझे कहा भी था लेकिन मैंने आपकी बात नहीं मानी।
पिताजी-देखा बेटा पूरे साल खेलने पर तुम्हारा क्या हाल हुआ इस साल तुम असफल हो गए समझ आया कि मैं तुम्हें बार-बार क्यों कहता था पढ़ने के लिए।
सोहन-हां पिताजी में अपनी करनी पर शर्मिंदा हूं।
पिताजी-चलो कोई बात नहीं तुम्हें अपनी गलती का एहसास तो हुआ।
पिताजी-मगर इस बार अच्छे से परीक्षा देना और अच्छे नंबरों से पास होना।
सोहन-जी पिता जी मैं आपकी आज्ञा का सदैव पालन करूंगा क्योंकि आप मेरे अच्छे के लिए ही सोचते हैं।
Similar questions