चारों ओर होड़ा-होड़ी मची है - का क्या तात्पर्य है ?
Answers
Answered by
3
Explanation:
आज नए समाज निर्माण के लिए हमें नीव की ईट चाहिए। पर अफसोस है कि कंगूरा बनने के लिए चारों ही होड़ा-होड़ी मची है, नीव की ईट बनने की कामना लुप्त हो रही है। अर्थात देश की प्रगति के लिए काम करनेवालों की संख्या घट रहा है और अपना स्वार्थ के लिए काम करने वालों की संख्या दिन-व-दिन बढ़ रहा है।
Answered by
1
Answer:
what is the question...............
Similar questions
Social Sciences,
2 months ago
Physics,
2 months ago
Math,
5 months ago
Science,
5 months ago
Social Sciences,
10 months ago
Math,
10 months ago