India Languages, asked by kj9284221, 4 months ago

चौराद भयम का समस्त पद​

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Answered by itzcutejatni
93

Answer:

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Explanation:

तत्पुरुष समास

उत्तरपदार्थप्रधानः तत्पुरुषः तत्पुरुष

में उत्तरपद के अर्थ की प्रधानता रहती है।

परलिंग तत्परुषे

'– तत्पुरुष समास होने पर समस्त भाग को उत्तरपद का लिंग प्राप्त होता है। जैसे—धान्येन अर्थः- धान्यार्थः ।

रात्राहनाः पुमांसः

' – तत्पुरुष समास होने से समस्त भाग के अन्तस्थित रात्र अहन और अह पुंल्लिग होते हैं।

रात्रं नपुंसक संख्यापूर्वम्

' - संख्यावाचक शब्द पूर्व में रहने पर 'रात्र' शब्द नपुंसकलिंग होता है।

पुण्यादहः

' - 'पुण्य' शब्द के परवर्ती ‘अह' नपुंसक लिंग होता है।

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