चित्र को देखकर कोई घटना या कहानी लिखो।
Answers
Answer:
चित्र को देखकर कोई घटना या कहानी लिखो। write an event or story by looking at the picture.
मानव एक सामाजिक प्राणी है। ऊपर-वाले ने अपनी बनाए सारे प्राणियों में से सबसे बेहतर हम इंसानों को बनाया। हमें बुद्धि और अकल दिया ताकि हम प्रकृति को बनाए रखें और हर चीज को समझ कर उसका ख्याल रखें।
पहले जमाने में कई जंगल, पेड़ अथवा पौधे होते थे। लेकिन आज के जमाने में यह सब बहुत ही कम हो गए हैं। कुछ पेड़- पौधों की प्रजातियां दुर्लभ होने के कगार पर आ गई है। यह सब हम इंसानों की वजह से हो रही है। हम इंसान अपने शौक और मर्जी के आगे इतने झुक गए कि, हमने बेजुबान जानवर और पौधों की सोची ही नहीं। हमने सादगी को ठुकरा कर कुदरत को बिगड़ते हुए अपने शौक पूरे किए। हमने अपने शौक के आगे धरती पर हर तरह के प्रदूषण को न्योता दिया।
ऊपर दिए गए चित्र में हम यह देख सकते हैं कि हम इंसानों ने अपने लिए क्या-क्या नुकसानओं को आवाज दी है।
वैसे तो, प्रदूषण कई तरह के होते हैं। यहां उनमें से कुछ स्पष्ट किया जा रहा है- जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, भू-प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण । प्रदूषित जल को जल प्रदूषण कहते हैं, प्रदूषित वायु को वायु प्रदूषण कहते हैं, भू यानी धरती पर हुए प्रदूषण को भू प्रदूषण कहते हैं और अधिकतर तेज आवाज की गति को ध्वनि प्रदूषण कहते हैं।
ऊपर दिए गए चित्र में यह दिखाया जा रहा है कि- हम मनुष्यों ने हर तरह के प्रदूषण को अपने ऊपर मोल ले लिया है। उस घटना में यह दिखाया जा रहा है कि- एक बसा शहर है, जहां बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां तथा कारखाने हैं। जहां से बहुत काले-काले धूएं वायु में मिल रहे हैं और उन कारखानों में इस्तेमाल होने के बाद प्रदूषित पानी को नहर-नदियों में मिलाया जा रहा है। जहां पर एक व्यक्ति दो गायों को नहला रहा है। फैक्ट्री के इस्तेमाल में गंदे पानी में कई तरह के केमिकल पाए जाते हैं, जोकि बहुत हानिकारक होते हैं। वह केमिकल जो कि पानी में मिल रहा है, उसी प्रदूषित पानी से जानवर नहा रहे हैं, हंस तथा बत्तख वहां तैर रहे हैं और धोबी-धोबिन वहां कपड़े धो रहे हैं। केमिकल जोकि बहुत हानिकारक होता है, उसी चीज को हम अपने ऊपर ले रहे हैं, जैसे- जानवरों को नहला कर, उसी पानी से कपड़े धोकर और खुद भी उस में भीग कर जिससे कि जानवरों को तो हनी हो ही रही है अथवा लोग भीग कर खुद को भी हानि दे रहे हैं और दूसरों के कपड़े उसी पानी में धोकर दूसरों को भी हानी देंगे। इसी प्रक्रिया से कई तरह की बड़ी-बड़ी बीमारियां जन्म लेती हैं। दूसरी तरफ देखा जाए तो फैक्ट्रियों तथा गाड़ियों से निकलने वाले धुए से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, जिससे कि कई बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं जैसे- अस्थमा। खंभों पर लगे लाउडस्पीकर से बहुत ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न हो रहा है जिससे कि आसपास के लोगों को तंगी महसूस हो सकती है तथा इससे कानों में सुनने की बीमारियां भी उत्पन्न हो सकती हैं।
ऊपर दी गई घटना का चित्र हमें बहुत-सी बातें बताने की कोशिश कर रहा है। हमें इन पर कड़ी तरह से ध्यान देनी चाहिए, जिससे कि हमारा और बेजुबानों का भला हो सके। हमें इन सभी प्रदूषणओं को काबू करने की कोशिश करनी चाहिए। यदि हम ना करें तो इससे हमारा तथा इन बेचारे जीवों का बुरा हाल हो जाएगा। हमें अभी से थोड़ी बहुत कोशिश करनी चाहिए नहीं तो आगे चलकर हमें बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा लेकिन तब बहुत देर हो चुकी होगी और हम उस समय बेबस हो जाएंगे।
Explanation:
Hey Dear, have a look upward ⬆️
Sorry, it went late to write and the Topic went long but that's the event for the topic.
May you had a beautiful sleep with sweet dreams and lots of happiness, Good Night!!!