Hindi, asked by kulveer234567, 7 months ago

चांद और तारों के बारे में लिखिए​

Answers

Answered by munesharya67
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Explanation:

(Stars) स्वयंप्रकाशित (self-luminous) उष्ण वाति की द्रव्यमात्रा से भरपूर विशाल, खगोलीय पिंड हैं। इनका निजी गुरुत्वाकर्षण (gravitation) इनके द्रव्य को संघटित रखता है। मेघरहित आकाश में रात्रि के समय प्रकाश के बिंदुओं की तरह बिखरे हुए, टिमटिमाते प्रकाशवाले बहुत से तारे दिखलाई देते हैं। सूर्य बड़ा तारा है|

Answered by singhadiarmylover
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Answer:

तारे स्वयंप्रकाशित उष्ण गैस की द्रव्यमात्रा से भरपूर विशाल, खगोलीय पिंड हैं। इनका निजी गुरुत्वाकर्षण इनके द्रव्य को संघटित रखता है। मेघरहित आकाश में रात्रि के समय प्रकाश के बिंदुओं की तरह बिखरे हुए, टिमटिमाते प्रकाशवाले बहुत से तारे दिखलाई देते हैं।..दरअसल, कोई तारा नहीं टूटता है। ... लेकिन हमें जो कभी-कभी टूटते हुए दिखाई देते हैं वह तारे नहीं गैसीय पिंड या उल्कापिंड होते हैं। लाखों उल्कापिंड या गैस के गोले हमारे सौर मंडल में जब भ्रमण करते करते वे धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं तो जलकर बिखर जाते हैं। इस घटना को ही तारे टूटना कहते हैं।

Explanation:

चन्द्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है। यह सौर मंडल का पाचवाँ,सबसे विशाल प्राकृतिक उपग्रह है। ... चन्द्रमा पर गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी से १/६ है। यह पृथ्वी कि परिक्रमा २७.३ दिन में पूरा करता है और अपने अक्ष के चारो ओर एक पूरा चक्कर भी २७.३ दिन में लगाता है।......Mark Brainlist Selected my Question Please

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