'चंद्रगहना से लौटती बेर' कविता में कवि ने चने को गुलाबी मुरैठा बाँधे बैठा हुआ क्यों
कहा
है ?
Answers
Answered by
4
कवि एक गाँव से लौट रहे हैं जिसका नाम है चाँद गहना। लौटते समय कवि एक खेत की मेड़ पर अकेले बैठकर गाँव के सौंदर्य को निहार रहा है। आगे की पंक्तियों में ज्यादातर पौधों की तुलना अलग अलग वेशभूषा वाले आदमियों से की गई है।
चने का पौधा ऐसा लग रहा है जैसे एक ठिगना सा आदमी अपने सर पर छोटे से गुलाबी फूल की पगड़ी बांधकर सज धजकर खड़ा है।
Please mark me the brainliest!
Suhani
xx
चने का पौधा ऐसा लग रहा है जैसे एक ठिगना सा आदमी अपने सर पर छोटे से गुलाबी फूल की पगड़ी बांधकर सज धजकर खड़ा है।
Please mark me the brainliest!
Suhani
xx
Similar questions
Social Sciences,
2 months ago
English,
2 months ago
India Languages,
4 months ago
English,
10 months ago
Social Sciences,
10 months ago