Hindi, asked by vermaviveklm, 1 month ago

चक्कर लगाने से जूता फटता नहीं जी जाता है लेखक के अनुसार या पंक्ति प्रेमचंद के फटे जूते से किस प्रकार संबंध रखती है​

Answers

Answered by yashisharma14402
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Answer:

लेखक का मानना है कि चक्कर लगाने से जूता फटता नहीं, घिस जाता है। इसकी पुष्टि के लिए ही उन्होंने कुंभनदास का उदाहरण दिया है। कुंभनदास का जूता भी फतेहपुर सीकरी आते-जाते घिस गया था।

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