चलना कहते तैरना चल कर्ता स्वयं कार्य न करके किसी अन्य को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है या करवाता है, प्रेरणार्थक क्रिया होती है। चे दिए वाक्यों में रेखांकित क्रियाओं को प्रेरणार्थक क्रिया में बदलकर वाक्य दुबारा लिखिए 5. वे दृढ़ निश्चय कर सकते हैं। ख. एक बार में काम न हो, तो वह काम सौ बार क . दूसरे पाँच लोग काम कर सकेंगे। घ. आप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। कर्ता के आगे 'ने' विभक्ति लगी हो, तो क्रिया सकर्मक ही होती है। जैसे- कवि ने ओजस । सुनाई। यहाँ 'सुनाई' क्रिया का कर्म 'कविता' है। चे लिखे वाक्यों में कर्म छाँटकर लिखिए- लोगों ने साहस दिखाया। कवि ने इस कविता द्वारा अच्छी सीख दी।
Answers
Answer:
चलना कहते तैरना चल कर्ता स्वयं कार्य न करके किसी अन्य को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है या करवाता है, प्रेरणार्थक क्रिया होती है। चे दिए वाक्यों में रेखांकित क्रियाओं को प्रेरणार्थक क्रिया में बदलकर वाक्य दुबारा लिखिए 5. वे दृढ़ निश्चय कर सकते हैं। ख. एक बार में काम न हो, तो वह काम सौ बार क . दूसरे पाँच लोग काम कर सकेंगे। घ. आप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। कर्ता के आगे 'ने' विभक्ति लगी हो, तो क्रिया सकर्मक ही होती है। जैसे- कवि ने ओजस । सुनाई। यहाँ 'सुनाई' क्रिया का कर्म 'कविता' है। चे लिखे वाक्यों में कर्म छाँटकर लिखिए- लोगों ने साहस दिखाया। कवि ने इस कविता द्वारा अच्छी सीख दी।
वे आकाशीय पिंड जो सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं ग्रह कहलाते हैं। प्रत्येक ग्रह का एक निश्चित पथ होता है और इस पथ में सूर्य की परिक्रमा करते है, इस पथ को कक्षा में कहते हैं। कुछ ग्रहो के पास खुद का प्रकाश नहीं होता।
PLS MARK AS BRAINLIEST
THANKS THIS ANSWER BY GIVING HEART OPTION ❤️❤️ PLS ❤️❤️
GIVE ATLEAST 5 STARS ⭐⭐⭐⭐⭐
FOLLOW ME FOR YOUR MORE DOUBT SOLVING OF ALL SUBJECT ❤️⭐ PLS
HAVE A GREAT DAY AHEAD THANKS FOR READING ❤️