Hindi, asked by sauravsinghbora521, 1 month ago

can anyone tell me best kavita in hindi on the topic earth day​

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Answered by harshul8757
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Answer:

ग्रह-ग्रह पर लहराता सागर

ग्रह-ग्रह पर धरती है उर्वर,

ग्रह-ग्रह पर बिछती हरियाली,

ग्रह-ग्रह पर तनता है अम्बर,

ग्रह-ग्रह पर बादल छाते हैं, ग्रह-ग्रह पर है वर्षा होती।

सब ग्रह गाते, पृथ्वी रोती।

पृथ्वी पर भी नीला सागर,

पृथ्वी पर भी धरती उर्वर,

पृथ्वी पर भी शस्य उपजता,

पृथ्वी पर भी श्यामल अंबर,

किंतु यहाँ ये कारण रण के देख धरणि यह धीरज खोती।

सब ग्रह गाते, पृथ्वी रोती।

सूर्य निकलता, पृथ्वी हँसती,

चाँद निकलता, वह मुसकाती,

चिड़ियाँ गातीं सांझ सकारे,

यह पृथ्वी कितना सुख पाती;

अगर न इसके वक्षस्थल पर यह दूषित मानवता होती।

सब ग्रह गाते, पृथ्वी रोती।

धरती की बस यही पुकार”

धरती कह रही हैं बार बार

सुन लो मनुष्य मेरी पुकार,

बड़े बड़े महलों को बना के

मत डालो मुझ पर भार

पेड़ पौधों को नष्ट करके,

मत उजाड़ो मेरा संसार,

धरती की बस यही पुकार!!

मैं हु सबकी जीवन दाता

मैं हु सबकी भाग्य विधाता,

करने डॉ मुझे सब जीवो पर उपकार,

मत करो मेरे पहाड़ों पर विस्फ़ोटक वार,

मत उजाड़ो मेरा संसार,

धरती की बस यही पुकार!!

सुंदर सुंदर बाग़ और बगीचे हैं मेरे,

हे मनुष्य ये सब काम आयेंगें तेरे,

मेरी मिटटी में पला बड़ा तू,

तूने यहीं अपना संसार गाढ़ा हैं,

फिर से कर ले तू विचार,

मत उजाड़ मेरा संसार,

धरती की बस यही पुकार!!

मैं रूठी तो जग रूठा,

अगर मेरे सब्र का बांध टुटा,

नहीं बचेंगा कोई,

मेरे साथ अगर अन्याय करोंगे,

तो न्याय कह से पाओंगे

कभी बाढ़ तो कभी सुखा,

और भूकंप जैसी आपदा सहते जाओंगे,

धरती की बस यहीं पुकार,

मत उजाड़ों मेरा संसार!!

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