can someone send me the explanation of the poem "hindustan hamara hai" for grade 8th??
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Answer:
जो गुजर गया वो एक दौर था
ये वक्त और है वो वक्त और था
हम आजाद वतन के दीवानें
सर को झुकाना क्या जाने
एक हैं हम और एक रहेंगे
कदम बढ़ा कर साथ चलेंगे
ये धरती मेरी माँ है
और भारत मेरी जाँ है
अपनी आन बान शान
सब तिरंगे पर कुरबान
गुलामी की जंजीरें तोड़ चुके हैं
भोला पन भी छोड़ चुके हैं
मेरा किसी पर रौब नहीं
और मुझे किसी का खौफ नहीं
सरहद पर पहरा देते हैं
और जान मुल्क पर देते हैं
हम फूल भी और खार भी
हम दुश्मन भी और यार भी
जो सारे जग से न्यारा है
वो हिदुस्तान हमारा है
अखिल बदायूंनी
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Explanation:
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Answer:
कवि ने हिंदुस्तान के हर एक चीज को पूरे कौम यानी की पूरे देश के लोगों का कहां है। चाहे वह यह धरती हो या सूरज चंदा। सब कुछ भारत का है।
यह वीर रस की कविता है। जहां पर भारत आजादी का यहां के गांव गली शहर सबके साथ हिंदुस्तान को भी हमारा कहा गया है।
यह ऐसा हिंदुस्तान है जहां पर हर कोई आजाद हैं। पारसी से लेकर मानव तक हर कोई आजाद हैं।
Explanation:
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