can u explain in hundi i can't understand
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बच्चे के लिंग का निर्धारण पुरुष दंपत्ति के पुलाट साथी द्वारा किया जाता है। कारणों सहित स्पष्ट कीजिए कि क्या OR w. यह कथन सत्य है या असत्य। "एक जोड़े के पास एक नर बच्चा होगा या मादा बच्चा पूरी तरह से पति पर निर्भर करता है।" वैज्ञानिक (अभ्यास गतिविधि पत्रक-1) कारण से इस कथन की सत्यता सिद्ध करें। 8 से Ans. पिता/पुरुष माता/महिला (शुक्राणु) (ओसाइट्स) 12 (22 + X) या (22 + Y) (22 + X) पुत्र (44 + XY) बेटी (44 + XX) चित्र 3.11: मानव में लिंग निर्धारण (१) दंपत्ति के पुरुष साथी द्वारा निर्धारित बच्चे के लिंग का कथन सत्य है। (२) आरेख से स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि पुरुषों द्वारा निर्मित शुक्राणु दो प्रकार के होते हैं। एक शुक्राणु में ऑटोसोम के अलावा दूसरे में एक X गुणसूत्र Y गुणसूत्र होता है। दूसरी ओर माँ के पास सभी X असर करने वाले अंडाणु होते हैं। इस प्रकार शुक्राणु जो अंडाणु को निषेचित करता है वह बच्चे के लिंग का निर्धारण करता है। (३) यदि X धारण करने वाला शुक्राणु अंडकोशिका को निषेचित करता है, तो बेटी का जन्म होता है और जब Y वाले शुक्राणु अंडाणु को निषेचित करते हैं, तो पुत्र का जन्म होता है। (४ इस प्रकार नोट ६ पीआर १२ के निर्धारण के लिए पिता या पुरुष साथी जिम्मेदार हैं) आधुनिक क्लोज जैसे सरोगेट तकनीक
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मनुष्य में लिंग निर्धारण (Sex determination in Human) :
मनुष्य की जनन कोशिकाओं में 46 गुणसूत्र होते हैं। इनमें से 22 जोडे नर तथा मादा दोनों में समान होते है अत: इन्हें आँटोसोम्स (autosomes) कहते हैं। स्त्री में प्राचीन जोड़ा भी समान गुणसूत्रों वाला होता है किन्तु पुरुष में 23वें जोडे के गुणासूत्र असमान होते है, इन्हें हेटरोसोम्स (heterosomes) या एलोसोम्स (allosomes) कहते हैं! 23वें जोडे के गुणसूत्र, लिंग गुणसूत्र (sex chromosomes) भी कहलाते हैं। स्त्री में 23वें जोडे के गुणासूत्रों को XX द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। पुरुष में 23 3वें जोड़े के गुणसूत्र में एक लम्बा, किन्तु दूसरा काफी छोटा होता है और इन्हें XY से प्रदर्शित करते हैं।
युग्मकजनन (gametogenesis) के समय, अर्द्धमूत्री विभाजन द्वारा युग्मकों (gametes) का निर्माण होता है और युग्मकों में गुणसूत्रों की संख्या अगुणित (haploid) रह जाती हैं अर्थात् युग्मक में
प्रत्येक जोडे का एक ही गुणसूत्र (chromosome) होता हैं। इस प्रकार स्त्री में बने हुए सभी युग्मक (अण्ड) 22+X गुणासूत्रों वाले किन्तु पुरुष के युग्मक (शुक्राणु) दो प्रकार के 22+X तथा 22+Y गुणसूत्रों वाले बनते हैं। निषेचन के समय नर से प्राप्त शुक्राणु (Y - गुणसूत्र वाला या X - गुणसूत्र वाला) अण्ड से मिलता की इसके फलस्वरूप बने युग्मनज (zygote) में 44 + XX या 44 + XY गुणसूत्र हो सकते हैं