Can you write a moral story on cut your cloth according to your cloth ??????
Answers
Answered by
0
“ जितनी चादर हो उतने ही पैर पसारना चाहिए “
उपरोक्त लिखित मुहावरा हमे इस बात का संदेश देता है की हमे उन्ही कार्यो को करना चाहिए जो हम वास्तव मे कर सकते है या हम यह कह सकते है की जो काम हम नही कर सकते है उन कार्यो को हमे नही करना चाहिऐ। जैसे की मान लो हम एक बडी गाडी अर्थात ट्रक लेना चाहते है,जिसे हमे चलाना नही आता व हम उसकी देखरेख मे होने वाले खर्च को वहन नही कर सकते है तथा इन सभी बोतों को जानने के बावजूद भी यदि हम एक ट्रक खरीदकर उसे चलाने का प्रयास करते तो यह कार्य हमे बहूत ही अधिक तकलिफ देह होगा क्योक् िहम इसके संचानल मे होने वाले खर्चो को वहन करने मे असर्थ है तथा रहेगे। इसी लिये कहा गया है की जितनी चादर हो उतने ही पैर पसारना चाहिए।
Similar questions