चन्दबरदाई
(क) कुरुक्षेत्र
रामधारी सिंह "दिनकर"
(ख) कठपुतली
प्रतिवेदन
(ग) पल्लवन
V
(घ) प्रमाणित
"अब पछताए होत का
जब चिड़िया चुग गई खेत"
राजेन्द्र उपाध्याय
(ङ) पृथ्वीराज रासो (U
Answers
Answered by
0
Answer:
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो न कोई।
जाके सिर मोर-मुकुट, मेरो पति सोई।
छाँड़ि दईकुल की कानि, कहा करिहै कोई।
संतन ढिंग बैठि-बैठि, लोक-लाज खोई।
अँसुवन जल सींचि-सींचि प्रेम बेल बोई।
अब तो बेल फैल गई, आनंद फल होई
भगति देखि राजी हुई, जगति देखि रोई।
दासी मीरा लाल गिरिधर, तारो अब मोही।।bhavarth
Similar questions