चरित्र-
'अतीत के चलचित्र के आधार पर रामा' का
चित्राणी
Answers
‘अतीत के चलचित्र’ कहानी में रामा का चरित्र-चित्रण...
“अतीत के चलचित्र’ ‘महादेवी वर्मा’ द्वारा लिखी गयी एक कहानी है। ये कहानी महादेवी वर्मा के जीवन में घटित संस्मरणों के रेखाचित्र हैं, जिसमें ‘रामा’ इस संस्मरण का पहल चित्र है।
रामा लेखिका के घर का नौकर था, जो वह छोटी आयु में ही लेखिका के घर पर नौकरी करने आ गया था। लेखिका की माँ धार्मिक और परोपकारी प्रवृत्ति की महिला थीं और वह वह किसी ना किसी असहाय को भोजन कराती रहती थी। ऐसे में एक दिन रामा भी अपने घर से भागकर भूलागभटका लेखिका के दरवाजे भूखा प्यासा आ गया था। वह अपनी सौतेली माता के अत्याचारों से तंग आकर अपना घर छोड़कर आ गया था। और लेखिका की माँ ने ना केवल उसे भोजन कराया बल्कि उसे सहारा देकर अपने घर में नौकर भी रख लिया।
रामा दिखने में साधारण सा अनाकर्षक किशोरवय का बालक था, जो ग्रामीण पृष्ठभूमि का था और ग्रामीण वेशभूषा ही धारण करता था। उसका स्वभाव बेहद सरल था और वह लेखिका और उनके भाई-बहनों सब से बेहद स्नेह करता था। रामा की वात्सल्य पूर्ण सेवा लेखिका के मन में सदैव अंकित रही। लेखिका कहती हैं कि बचपन में वह और उनके दोनों भाई-बहन रामा को खूब परेशान करते लेकिन रामा बिना किसी राग द्वेष के उनकी सेवा करता रहता था। जब कभी लेखिका या उसके भाई बहन बीमार पड़ जाते तो रामा पूर्व सेवा परायण भाव से कर्तव्यनिष्ठ होकर उन सब की सेवा करता था। रामा की यही वात्यसल्य पूर्ण सेवा भावना लेखिका को अपने बड़ा होने तक याद रही।
≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡
महादेवी वर्मा की रचनाओं से संबंधित कुछ अन्य प्रश्न—▼
गद्यांशो के संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए :और तब अपने स्नेह में प्रगल्भ उस बालक के सिर पर हाथ रखकर मैं भावातिरेक से ही निश्चय हो रही ।उस तट पर किसी गुरु को किसी शिष्य से कभी ऐसी दक्षिणा मिली होगी, ऐसा मुझे विश्वास नहीं,परंतु उस दक्षिणा के सामने संसार में अब तक के सारे आदान-प्रदान फीके जान पङे।
https://brainly.in/question/8866468
═══════════════════════════════════════════
गिल्लू कहानी हमारे स्वभाव में जीव-प्रेम को किस प्रकार विकसित करती है? गिल्लू कहानी के आधार पर लिखिए । (८० से १०० शब्दों में लिखिए ।)
https://brainly.in/question/10397244
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○