Hindi, asked by nikita128, 9 months ago

carona bimari hamare desh ki arthvyavastha ko kis tarah prabhavit kar rahi hai apne vichar likhe composition in handi​

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Answered by Anonymous
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Answer:

कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से जिस वक़्त देश में लाखों लोग घरों में हैं और वो ऑनलाइन डिलिवरी सिस्टम का भरपूर फायदा उठा रहे हैं और घर बैठे मनचाही चीज़ें भी हासिल कर पा रहे हैं, उसी वक़्त देश में हज़ारों लोग सड़कों पर हैं और उनके सामने रोज़ीरोटी का संकट है.यह विकट संकट की घड़ी है. 130 करोड़ आबादी वाले देश में तीन हफ़्तों के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया है. लोगों को घरों में रहने के लिए कहा गया है और कारोबार पूरी तरह ठप हैं. बड़ी संख्या में लोग घरों से काम कर रहे हैं और प्रोडक्टिविटी में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.कोरोना वायरस के भारत में पहुंचने से पहले ही देश की अर्थव्यवस्था की हालत चिंताजनक थी.

कभी दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था की विकास दर बीते साल 4.7 फ़ीसदी रही. यह छह सालों में विकास दर का सबसे निचला स्तर था.

साल 2019 में भारत में बेरोज़गारी 45 सालों के सबसे अधिकतम स्तर पर थी और पिछले साल के अंत में देश के आठ प्रमुख क्षेत्रों से औद्योगिक उत्पादन 5.2 फ़ीसदी तक गिर गया. यह बीते 14 वर्षों में सबसे खराब स्थिति थी. कम शब्दों में कहें तो भारत की आर्थिक स्थिति पहले से ही ख़राब हालत में थी.

विशेषज्ञों का मानना है कि अब कोरोना वायरस के प्रभाव की वजह से जहां एक ओर लोगों के स्वास्थ्य पर संकट छाया है तो दूसरी ओर पहले से कमज़ोर अर्थव्यवस्था को और बड़ा झटका मिल सकता है.

कोरोना वायरस के भारत में पहुंचने से पहले ही देश की अर्थव्यवस्था की हालत चिंताजनक थी.

कभी दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था की विकास दर बीते साल 4.7 फ़ीसदी रही. यह छह सालों में विकास दर का सबसे निचला स्तर था.

साल 2019 में भारत में बेरोज़गारी 45 सालों के सबसे अधिकतम स्तर पर थी और पिछले साल के अंत में देश के आठ प्रमुख क्षेत्रों से औद्योगिक उत्पादन 5.2 फ़ीसदी तक गिर गया. यह बीते 14 वर्षों में सबसे खराब स्थिति थी. कम शब्दों में कहें तो भारत की आर्थिक स्थिति पहले से ही ख़राब हालत में थी.

विशेषज्ञों का मानना है कि अब कोरोना वायरस के प्रभाव की वजह से जहां एक ओर लोगों के स्वास्थ्य पर संकट छाया है तो दूसरी ओर पहले से कमज़ोर अर्थव्यवस्था को और बड़ा झटका मिल सकता है.

Answered by TħeRøмαи
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भारत की अर्थव्यवस्था पर कोरोना का असर :-

नए कोरोना वायरस संकट ने देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत असर डाला है। इससे देश की व्यापार और आर्थिक गतिविधियों पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है। लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के नियमों के चलते बड़ी संख्या में व्यापार बंद हो गए हैं।

इससे कई लोगों को नौकरी की समस्या हुई है। विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के अलावा, उन लोगों को जो अपने व्यापार करते हैं, भी इससे प्रभावित हुए हैं। ये सभी लोगों को इससे नुकसान हुआ है।

व्यापार के बंद होने से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान हुआ है। कई कंपनियां अपनी आमदनी में कमी देख रही हैं और कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के लिए मजबूर हो रही हैं। इससे देश की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान हुआ है।

सरकार ने कई उपाय अपनाए हैं जैसे कि आर्थिक सहायता योजनाएं, ब्याज मुक्त ऋण और आर्थिक पैकेज जैसे कुछ अधिकारियों को भी घोषित किए |

Maafi :(

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