cashless transaction k.liye bharat sarakar kise scroll of honour diya hai???
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डिमोनेटाइजेशन के बाद देश कैशलेस सिस्टम की तरफ बढ़ रहा है. शुरुआती परेशानी ने इस राह में हालांकि कई चिंताएं पैदा कर दी हैं. लोग यह सोचने लगे हैं कि क्या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन उन्हें सुविधा देगा या उनकी परेशानी और बढ़ा देगा? क्या इससे कुछ फायदे होंगे या एक्स्ट्रा चार्ज चुकाना पड़ेगा?
कैशलेस इकनॉमी बनाने में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार ने डिजिटल ट्रांजेक्शन पर कई फायदे की घोषणा की है. इस पर सवाल यह उठता है कि क्या ये इन सुविधाओं के साथ काफी हैं और क्या करेंसी नोट सिस्टम में आने के बाद इसमें आइडेंटिटी चोरी होने की घटनाएं बढ़ तो नहीं जाएंगी?
फाइनेंशियल डिजिटाइजेशन के नफा-नुकसान के बारे में हम आपको बता रहे हैं:
कैशलेस होने के फायदे
सुविधा
वित्तीय लेन देन में आसानी डिजिटल पेमेंट सिस्टम के लिए सबसे अच्छी बात है. आपको कैश ढोने, प्लास्टिक कार्ड, बैंक या एटीएम की लाइन में लगने की जरूरत नहीं है. खासतौर पर जब आप सफर में हों तो खर्च करने का यह सेफ और इजी विकल्प है.
ट्रांसेंड कंसल्टिंग के डाइरेक्टर कार्तिक झावेरी ने कहा, 'अगर आप कम आमदनी वाली लोगों को छोड़ दें, तो बाकी सबके लिए इसके काफी फायदे हैं. कम आमदनी वाली लोगों को इससे हालांकि दिक्कत हो सकती है.' बाकी पूरे देश के लिए यह सिंपल और कंस्ट्रक्टिव है.
उन्होंने कहा कि खास तौर पर अगर आप इमरजेंसी में हों, जैसे हॉस्पिटल वगैरह, तो यह काफी मददगार साबित हो सकता है.
पीपीएफएएस म्युचुअल फंड के मार्केटिंग हेड जयंत पाई ने कहा, 'डिजिटल पेमेंट में आपको कहीं भी और कभी भी पेमेंट करने की सुविधा है. कई बार तो आपको पेमेंट करने के लिए वहां होना भी जरूरी नहीं है और ऑफिस आवर में पेमेंट का झंझट नहीं है.'
छूट
कार्ड ट्रांजेक्शन पर सरकार ने हाल में 2000 रूपये तक के पेमेंट को सर्विस टैक्स से फ्री कर दिया है. यह डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए किया गया है. इसके बाद तो जैसे छूट के लिए घोषणाओं की झड़ी लग गयी. आपको अपनी बचत बढ़ाने के लिए फायदे उठाने का यह सही समय है.
कार्ड से पेट्रोल खरीदने पर 0 .75 फीसदी छूट, रेल टिकट, हाइवे पर टोल, बीमा खरीदने जैसे कई छूट की घोषणा की गयी है.
दिल्ली में अगर आप कार्ड या इ वालेट से पेमेंट कर पेट्रोल खरीदते हैं तो आपको यह 63.47 रूपये प्रति लीटर की जगह 62.99 रूपये मिलेगा.
सरकार द्वारा जारी छूट स्कीम और इ वालेट कंपनियों के कैशबैक ऑफर, रिवार्ड पॉइंट्स और लॉयल्टी बेनिफिट को देखकर कहा जा सकता है कि आपकी बचत बढ़ सकती है.
खर्च को ट्रैक करना
आउटलुक एशिया कैपिटल के सीइओ मनोज नागपाल ने कहा, 'अगर सभी लेन-देन का हिसाब रखा जा रहा है तो आपके लिए खर्च पर काबू पाना आसान हो जाता है. यह आपको इनकम टैक्स रिटर्न में भी मदद करेगा क्योंकि आपके सभी खर्च आपके सामने रहेंगे और सबका हिसाब रहेगा.' पाई ने कहा कि इसका एक फायदा यह होगा कि आप बजट बनाना सीखेंगे और खर्च पर काबू पाने में मदद मिलेगी.
बजट का अनुशासन
आप इ वालेट या कार्ड से ट्रांजेक्शन करते हैं तो यह स्टेटमेंट के रूप में आपके पास रहेगा. इससे आप अपने खर्च पर लगाम लगा सकते हैं. झावेरी ने कहा, 'बहुत से एप और टूल हैं जो आपके खर्च करने के पैटर्न का विश्लेषण करते हैं और कुछ सालों में बढ़िया एनालिसिस देकर आपकी मदद करते हैं.'
जब आप खर्च पर काबू पा लेंगे तो आपकी बचत बढ़ जाएगी. अगर पुराने कैश के बराबर नकदी सिस्टम में नहीं आये और लोगों की डिजिटल पेमेंट की आदत बनी रहे तो छुट्टे की वजह से होने वाली समस्या खत्म हो जाएगी.
आप काफी या चिप्स के लिए उतने ही पैसे खर्च करेंगे जितने का वह है. मतलब आठ रूपये के चिप्स के लिए 10 रूपये चुकाने और दो रूपये की वापसी के बदले टॉफी या टोकन का बहाना खत्म हो जायेगा.
इस सिस्टम की वजह से बजटरी लीक्स और अनकाउंटेड स्पेंड जैसी चीजें खत्म हो जाएंगी और महीने के आखिर में आपके बजट को चपत नहीं लगेगी.
कम जोखिम
क्रेडिट कार्ड या मोबाईल वालेट के गम होने पर इसे दूर से भी ब्लॉक करना मुश्किल नहीं है. नकदी मामले में यह नामुमकिन है. पाई ने कहा, 'डिजिटल ऑप्शन में हालांकि लिमिटेड सिक्योरिटी है.'
यह सफर करने खास तौर पर अगर आप फॉरेन ट्रिप पर जा रहे हों तो बहुत महत्वपूर्ण है. अगर भविष्य में कार्ड्स बायो मेट्रिक सिस्टम पर चलने लगे तो इससे फ्रॉड करना असंभव हो जायेगा.
छोटी बचत
यह आपको भले ही बहुत फायदेमंद न लगे लेकिन सच है कि उधार लेना बंद हो जायेगा. दूसरी बात यह है कि दुकानदार से वापसी में आपको समय खर्च नहीं करना पड़ेगा और आप ठीक उतने ही पैसे चुका पाएंगे, जितने का सामान या सेवा है.
डिजिटल पेमेंट करें, डिस्काउंट्स पाएं
सर्विस टैक्स : 2000 रूपये से कम के डिजिटल ट्रांजेक्शन पर 15% सर्विस टैक्स की बचत.
ईंधन: क्रेडिट/ डेबिट कार्ड्स, इ वालेट या मोबाईल वालेट की मदद से पेमेंट
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डिमोनेटाइजेशन के बाद देश कैशलेस सिस्टम की तरफ बढ़ रहा है. शुरुआती परेशानी ने इस राह में हालांकि कई चिंताएं पैदा कर दी हैं. लोग यह सोचने लगे हैं कि क्या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन उन्हें सुविधा देगा या उनकी परेशानी और बढ़ा देगा? क्या इससे कुछ फायदे होंगे या एक्स्ट्रा चार्ज चुकाना पड़ेगा?
कैशलेस इकनॉमी बनाने में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार ने डिजिटल ट्रांजेक्शन पर कई फायदे की घोषणा की है. इस पर सवाल यह उठता है कि क्या ये इन सुविधाओं के साथ काफी हैं और क्या करेंसी नोट सिस्टम में आने के बाद इसमें आइडेंटिटी चोरी होने की घटनाएं बढ़ तो नहीं जाएंगी?
फाइनेंशियल डिजिटाइजेशन के नफा-नुकसान के बारे में हम आपको बता रहे हैं:
कैशलेस होने के फायदे
सुविधा
वित्तीय लेन देन में आसानी डिजिटल पेमेंट सिस्टम के लिए सबसे अच्छी बात है. आपको कैश ढोने, प्लास्टिक कार्ड, बैंक या एटीएम की लाइन में लगने की जरूरत नहीं है. खासतौर पर जब आप सफर में हों तो खर्च करने का यह सेफ और इजी विकल्प है.
ट्रांसेंड कंसल्टिंग के डाइरेक्टर कार्तिक झावेरी ने कहा, 'अगर आप कम आमदनी वाली लोगों को छोड़ दें, तो बाकी सबके लिए इसके काफी फायदे हैं. कम आमदनी वाली लोगों को इससे हालांकि दिक्कत हो सकती है.' बाकी पूरे देश के लिए यह सिंपल और कंस्ट्रक्टिव है.
उन्होंने कहा कि खास तौर पर अगर आप इमरजेंसी में हों, जैसे हॉस्पिटल वगैरह, तो यह काफी मददगार साबित हो सकता है.
पीपीएफएएस म्युचुअल फंड के मार्केटिंग हेड जयंत पाई ने कहा, 'डिजिटल पेमेंट में आपको कहीं भी और कभी भी पेमेंट करने की सुविधा है. कई बार तो आपको पेमेंट करने के लिए वहां होना भी जरूरी नहीं है और ऑफिस आवर में पेमेंट का झंझट नहीं है.'
छूट
कार्ड ट्रांजेक्शन पर सरकार ने हाल में 2000 रूपये तक के पेमेंट को सर्विस टैक्स से फ्री कर दिया है. यह डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए किया गया है. इसके बाद तो जैसे छूट के लिए घोषणाओं की झड़ी लग गयी. आपको अपनी बचत बढ़ाने के लिए फायदे उठाने का यह सही समय है.
कार्ड से पेट्रोल खरीदने पर 0 .75 फीसदी छूट, रेल टिकट, हाइवे पर टोल, बीमा खरीदने जैसे कई छूट की घोषणा की गयी है.
दिल्ली में अगर आप कार्ड या इ वालेट से पेमेंट कर पेट्रोल खरीदते हैं तो आपको यह 63.47 रूपये प्रति लीटर की जगह 62.99 रूपये मिलेगा.
सरकार द्वारा जारी छूट स्कीम और इ वालेट कंपनियों के कैशबैक ऑफर, रिवार्ड पॉइंट्स और लॉयल्टी बेनिफिट को देखकर कहा जा सकता है कि आपकी बचत बढ़ सकती है.
खर्च को ट्रैक करना
आउटलुक एशिया कैपिटल के सीइओ मनोज नागपाल ने कहा, 'अगर सभी लेन-देन का हिसाब रखा जा रहा है तो आपके लिए खर्च पर काबू पाना आसान हो जाता है. यह आपको इनकम टैक्स रिटर्न में भी मदद करेगा क्योंकि आपके सभी खर्च आपके सामने रहेंगे और सबका हिसाब रहेगा.' पाई ने कहा कि इसका एक फायदा यह होगा कि आप बजट बनाना सीखेंगे और खर्च पर काबू पाने में मदद मिलेगी.
बजट का अनुशासन
आप इ वालेट या कार्ड से ट्रांजेक्शन करते हैं तो यह स्टेटमेंट के रूप में आपके पास रहेगा. इससे आप अपने खर्च पर लगाम लगा सकते हैं. झावेरी ने कहा, 'बहुत से एप और टूल हैं जो आपके खर्च करने के पैटर्न का विश्लेषण करते हैं और कुछ सालों में बढ़िया एनालिसिस देकर आपकी मदद करते हैं.'
जब आप खर्च पर काबू पा लेंगे तो आपकी बचत बढ़ जाएगी. अगर पुराने कैश के बराबर नकदी सिस्टम में नहीं आये और लोगों की डिजिटल पेमेंट की आदत बनी रहे तो छुट्टे की वजह से होने वाली समस्या खत्म हो जाएगी.
आप काफी या चिप्स के लिए उतने ही पैसे खर्च करेंगे जितने का वह है. मतलब आठ रूपये के चिप्स के लिए 10 रूपये चुकाने और दो रूपये की वापसी के बदले टॉफी या टोकन का बहाना खत्म हो जायेगा.
इस सिस्टम की वजह से बजटरी लीक्स और अनकाउंटेड स्पेंड जैसी चीजें खत्म हो जाएंगी और महीने के आखिर में आपके बजट को चपत नहीं लगेगी.
कम जोखिम
क्रेडिट कार्ड या मोबाईल वालेट के गम होने पर इसे दूर से भी ब्लॉक करना मुश्किल नहीं है. नकदी मामले में यह नामुमकिन है. पाई ने कहा, 'डिजिटल ऑप्शन में हालांकि लिमिटेड सिक्योरिटी है.'
यह सफर करने खास तौर पर अगर आप फॉरेन ट्रिप पर जा रहे हों तो बहुत महत्वपूर्ण है. अगर भविष्य में कार्ड्स बायो मेट्रिक सिस्टम पर चलने लगे तो इससे फ्रॉड करना असंभव हो जायेगा.
छोटी बचत
यह आपको भले ही बहुत फायदेमंद न लगे लेकिन सच है कि उधार लेना बंद हो जायेगा. दूसरी बात यह है कि दुकानदार से वापसी में आपको समय खर्च नहीं करना पड़ेगा और आप ठीक उतने ही पैसे चुका पाएंगे, जितने का सामान या सेवा है.
डिजिटल पेमेंट करें, डिस्काउंट्स पाएं
सर्विस टैक्स : 2000 रूपये से कम के डिजिटल ट्रांजेक्शन पर 15% सर्विस टैक्स की बचत.
ईंधन: क्रेडिट/ डेबिट कार्ड्स, इ वालेट या मोबाईल वालेट की मदद से पेमेंट