Chacha ji mumbai ka pad parichay
Answers
Explanation:
chacha ji. =व्यक्ति वाचक संगया , एकवचन ,कर्ता
mumbai = स्थान वाचक संगा , एकवचन
चाचा जी मुंबई का पद परिचय इस प्रकार होगा..
चाचा जी = जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग।
मुंबई = व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन
Explanation:
कोई भी वाक्य अनेक शब्दों से मिलकर बना होता है, उन शब्दों का भी अपना एक परिचय होता है कि व्याकरण की दृष्टि से किसी श्रेणी में आते हैं।
कोई भी शब्द स्वतंत्र रूप से शब्द होता है, लेकिन जब वह किसी वाक्य में प्रयोग में लाया जाता है, तो वह एक पद बन जाता है, और फिर उसका एक परिचय होता है।
सरल शब्दों में कहें कि जिस प्रकार एक व्यक्ति का परिचय होता है, जैसे कि उसका नाम, लिंग, आयु, जाति आदि उसी प्रकार उन पदों का भी एक व्याकरणीय परिचय होता है जिसे ‘पद-परिचय’ कहते हैं।
किसी पद के निम्नलिखित परिचय हो सकते हैं...
संज्ञा का पद-परिचय
सर्वनाम का पद परिचय
लिंग के भेद
क्रिया का पद-परिचय
क्रिया-विशेषण का पद परिचय
विशेषण का पद-परिचय
कर्ताकारक, कर्मकारक या क्रिया से संबंध
संबंधबोधक
समुच्यबोधक
विस्मयबोधक