Hindi, asked by singhneeraj72001, 4 months ago

chapter 2, bholaram ka jiv दीर्घउत्तरीय प्रश्न (LongAnswer Questions)
(क) भोलाराम की दरख्वास्तों पर कोई कार्यवाई क्यों नहीं होती थी?
(ख) बड़े साहब की दृष्टि नारद की वीणा पर क्यों थी?
(ग) अंत में नारद ने क्या किया?
(घ) बड़े साहब अचानक बेहोश होकर कुर्सी पर क्यों गिर पड़े?​

Answers

Answered by sv8466710
2

Answer:

क‌ क्योंकि भोलाराम की मृत्यु हो चुकी थी।

Answered by varshapanjeta735
4

Explanation:

बाबू ने कहा कि भोलाराम ने प्रार्थना-पत्र तो भेजे थे लेकिन उनके साथ वजन यानी रिश्वत के पैसे नहीं भेजे। इसी कारण उसकी दरख्वास्तों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

qeus:-2) -साहब ने पेन्शन दिए जाने में शीघ्रता का उपाय। बताते हुए एक ‘मगर’ शब्द जोड़ दिया। नारद ने जब मगर या लेकिन शब्द का अर्थ जानना चाहा तो साहब ने बड़ी बेहयाई से उनकी सुन्दर वीणा की माँग कर डाली। धूर्तता भरी मुस्कराहट के साथ बोला कि दरख्वास्त पर वजन चाहिए। यह वजन आपकी इस सुन्दर वीणा का भी हो सकता है। वीणा दे देने से आप बड़ा उपकार का काम भी करेंगे। साहब ने बताया कि उसकी लड़की गाना-बजाना सीख रही है। यह उसके काम आ जाएगी। अगर कन्या ने संगीत जल्दी सीख लिया तो उसका विवाह आसानी से हो जाएगा। आप जैसे साधुओं की तो वीणा भी बड़ी पवित्र होती है। इसके प्रभाव से एक कन्या का उद्धार हो जाएगा।

qeust :-3)

qeus :-4) नारद जी से रिश्वत लेने के बाद साहब ने उस की सौ-डेढ़-सौ दरख्वास्तों से भरी फाइल अपने टेबल पर मँगाई | वहाँ नारद जी ने जैसे ही जोर से भोलाराम का नाम लिया तो सहसा फाइल में से आवाज आयी “कौन पुकार रहा है मुझे ? पोस्टमैन है क्या ? पेंशन का आर्डर आ गया ? ” मरे हुए व्यक्ति की आवाज फाइल में से सुनकर साहब डरकर कुर्सी से लुढ़क गए |

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