Hindi, asked by naitiknimawat, 1 month ago

छापेखाने न होने से किताबों के लेखन में कौन-सी समस्या आती थी?​

Answers

Answered by itsurheart
8

Explanation:

(i) किताबों की बढ़ती माँग हस्तलिखित पांडुलिपियों से पूरी नहीं हो रही थी।

(ii) नकल उतारना बेहद खर्चीला।

(iii) पांडुलिपियाँ अक्सर नाजुक होती भी उनके लाने - ले जाने रख - रखाव में तमाम मुश्किलें थी।

(iv) इनका चलन सीमित रहा।

hope it helps you dear ☺️

Answered by pk6336802
0

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