Hindi, asked by ketan8814, 3 months ago

छिपी रहूँ निस्पृह , निर्भय कहूँ दिखा दे चंद्रोदय" का भाव स्पष्ट कीजिए।​

Answers

Answered by shalini2104singh
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Answer:

मैं सबसे छोटी होऊं कविता का सार:– प्रस्तुत कविता में एक बालिका अपनी मां की सबसे छोटी संतान बनने की इच्छा रखती है। ऐसा करने से वह सदा अपनी मां का प्यार और दुलार पाती रहेगी। उसकी गोद में खेल पाएगी। उसकी मांँ हमेशा उसे अपने आंँचल में रखेगी, उसे कभी अकेला नहीं छोड़ेगी। उसे लगता है कि वह सबसे छोटी होगी, तो माँ उसका सबसे अधिक ध्यान रखेगी। सबसे छोटी होने से उसकी मां उसे अपने हाथ से नहलाएगी, सजाएगी और संवारेगी। उसे प्यार से परियों की कहानी सुनाकर सुलाएगी। वह कभी बड़ी नहीं होना चाहती क्योंकि इससे वह अपनी मांँ का सुरक्षित और स्नेह से भरा आंँचल खो देगी।


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