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छ. 'प्रत्यूष' शब्द किसके लिए आया है ? इसके माध्यम से क्या समझाया गया है ?
( from class 8 hindi NCERT Book Chapter -1 dhvni)
Answers
किसी शिक्षक या सीनियर की उपस्थिति में क्षात्र सामान्य रूप से डिक्शनरी अथवा शब्द-कोश के प्रयोग से कतराते हैं और जिस शब्द का अर्थ मालूम नहीं हो अपने शिक्षक से ज़बानी पूछ लेते हैं.
देखा जाए तो यह महज़ सुस्ती और आलस्य का प्रदर्शन है.
अगर किसी शब्द का मतलब बताने वाला कोई व्यक्ति मौजूद है तब भी शब्दकोश से सहायता ज़रूर लेनी चाहिए, इस के बहुत से कारण हैं, उदाहरणस्वरूप कोश में आप को शब्दों के सही उच्चारण मिल जाएंगे.
यदि शब्द किसी और अर्थ में भी प्रयुक्त होता है तो कोश में उसका विवरण भी मौजूद होगा.
अगर कोई लंबा और जटिल शब्द है तो कोश में उसके भाग को अलग अलग करके उसका सही उच्चारण भी दिया होगा और अगर वह शब्द संज्ञा और क्रिया दोनों प्रकार से प्रयोग में आता है तो दोनों का उच्चारण अलग अलग दिया हुआ होगा.
एक ही शब्द शिक्षा और कला के विभिन्न विभागों में अलग-अलग अर्थों में इस्तेमाल हो सकता है, कोश में इस का ब्योरा भी मौजूद होता है.
व्याकरण के अनुसार शब्द जिस वर्ग में आता है उसका विवरण भी कोश में दिया होता है.
संख्या और लिंग के लिहाज़ से यदि किसी शब्द में कोई परिवर्तन होता है या एकवचन और बहुवचन या स्त्रीलिंग और पुलिंग में बनावट का बुनियादी अंतर है तो हर अच्छे कोश में उसका विवरण भी दिया होता है.
पर्यायवाची शब्दों के साथ साथ विपरीतार्थक शब्द भी एक अच्छे कोश में दिए गए होते हैं.
हर अच्छा कोश आप को शब्द के उच्चारण बताने के साथ साथ उसके मूल और विषयी तक भी ले जाता है और शब्द की जड़ तक पहुंचने के बाद आप उसी परिवार या वंश के और भी शब्दों से परिचित हो जाते हैं. (इस विषय की व्याख्या आगे चल कर होगी)
विस्तृत कोश में शब्दों का अर्थ उसके उपयुक्त प्रयोग से भी स्पष्ट कर दिया जाता है. और शब्दों का वाक्य में सही इस्तेमाल भी बताया जाता है.
कुछ कोश में शब्दों के साथ साथ उस से जुड़े प्रसिद्ध व्यक्तियों और स्थानों का भी ज़िक्र कर दिया जाता है.
इन सारे बिंदुओं के व्यावहारिक उदाहरण के लिए आइए हम अंग्रेज़ी का एक शब्दकोश कहीं से भी खोलते हैं ---- और जो शब्द हमारे सामने आ रहा है वह है ‘डाटा’.
इस शब्द का अर्थ ‘इंग्लिश टू इंग्लिश’ कोश में इस प्रकार है.
अगर हम कोश से सहायता लेने के आदी ना हों तो इस व्याख्या के कई आयाम हमारी समझ में नहीं आ सकेंगे.
उच्चारण
मिसाल के तौर पर शब्द के तुरंत बाद कोष्ठ में उसका उच्चारण दिया गया है, उच्चारण की व्याख्या के लिए विभिन्न स्वर सिद्धांत मौजूद हैं और हर कोश के प्रारंभ में उसकी कुंजी-सुची मौजूद होती है, इस लिए कोश में किसी शब्द को खोजने से पहले हमें उस कुंजी का अध्ययन अवश्य कर लेना चाहिए.
‘डाटा’ का उच्चारण देने के बाद हमें बताया गया है कि वह शब्द ‘नाउन’ अथवा संज्ञा है और वास्तव में यह ‘डैटम’ का बहुवचन है. इस के बाद ‘डेटा’ का मतलब बतलाया गया है यानी वह वास्तविकता या आँकड़े जिन की बुनियाद पर हम नतीजे या निष्कर्ष निकालते है.
प्राथमिक अर्थ बताने के बाद यह व्याख्या भी कर दी गई है कि यह मूल रूप से बहुवचन है, और लातीनी व्याकरण के मानने वाले बुज़ुर्ग लोग आज भी इसका प्रयोग सिर्फ बहुवचन में ही करते हैं.
फिर भी नए प्रयोग में यह शब्द एकवचन के तौर पर भी इस्तेमाल होता है. अंत में यह बताया गया है कि लातीनी भाषा में इस शब्द का मूल क्या है.
आइए अब एक और शब्द का उदाहरण लेते हैं. और यह शब्द है ‘ज्यॉग्रफ़ी’ या Geography
कोश में इसका ब्यौरा इस प्रकार
यह विवरण देखने से बड़ा ही जटिल दिखाई देता है लेकिन ज़रा ध्यान दीजिए तो सारी गुत्थी सुलझ जाती है.
एक बार कोश देखने की कुछ बुनियादी चीज़ें समझ ली जाएं तो फिर जीवन भर कोश से सहायता लेना सरल हो जाता है. उपर जो उदाहरण दिया गया है उसे ध्यान से देखें.
इस में सब से पहले ज्यॉग-र-फ़ि का अंग्रेज़ी उच्चारण दिया गया है, फिर बताया गया है कि यह एक संज्ञा है और बहु-वचन में उसे ‘ज्यॉगरफ़ीज़’ geographies कहेंगे.
फिर इस शब्द का अर्थ इस प्रकार बयान किया गया:वह ज्ञान जो भू-भाग और उसके भौतिक, प्राकृतिक, आर्थिक, राजनैतिक और जनसांख्यिकीय पक्ष या पहलू की व्याख्या करता है.
इस के पश्चात इस शब्द का दूसरा अर्थ भी दिया गया है, यानी किसी ख़ास स्थान की भौगोलिक स्थिति, जैसे उत्तर भारत का भूगोल.
अंत में उस शब्द का मूल दिया गया है कि अंग्रेज़ी में यह शब्द लातीनी भाषा से आया है, जहां उसका रुप जोगराफ़िया था, लेकिन ख़ुद लातीनी में यह शब्द यूनानी भाषा से आया है, जहां ‘जिओ’ का अर्थ है ज़मीन और ‘ग्राफ़ीन’ का मतलब है व्याख्या अर्थात यूनानी भाषा में इसका शाब्दिक अर्थ है—ज़मीन के बारे में व्याख्या
अब सवाल यह है कि शब्द का मूल तलाश करते हुए उसकी जड़ तक पहुंचने पर क्या साधारण पाठक को कोई लाभ हो सकता है?
जी हां लातीनी भाषा के उपसर्ग (Prefix) और अंतसर्ग (Suffix) याद हो जाएँ तो हमें दूसरे शब्दों के अर्थ का अंदाज़ा आसानी से हो जाता है.
उदाहरणस्वरूप यदि हमें ‘जिओ’ का अर्थ मालूम है तो हम ‘जिओफ़िज़िकल’ और ‘जिओपॉलिटिकल’ के बारे में अनुमान लगा सकते हैं.
इसी प्रकार यदि हमें ‘ग्राफ़ी’ का अर्थ मालूम है तो हम ‘फ़ोटोग्राफ़ी’, ‘आ़डियोग्राफ़ी’ या ‘बायोग्राफ़ी’ के बारे में अनुमान लगा सकते हैं.
बाज़ार में इस समय अनगिनत अंग्रेज़ी के शब्दकोश मौजूद हैं लेकिन विद्यार्थियों के लिए कौन सी डिक्शनरी उत्तम है और जो लोग अंग्रेज़ी शब्द का अर्थ हिंदी में समझना चाहते हैं उन्हें कौन सी डिक्शनरी का प्रयोग करना चाहिए?
अगले किसी लेख में हम इसी संदर्भ में बात करेंगे और यह भी देखेंगे कि इंटरनेट हमारी इस संदर्भ में क्या सहायता कर सकता है.
Answer:
Concept:
'ध्वनि' कविता श्री सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' द्वारा लिखित एक उत्साहवर्धक कविता है । कवि ने इस कविता में मानव के मन एवं हृदय में वसंत रूपी उत्साह के आगमन की बात की है ।
Find:
प्रत्यूष' शब्द किसके लिए आया है ? इसके माध्यम से क्या समझाया गया है ?
Given:
प्रत्यूष' शब्द किसके लिए आया है ? इसके माध्यम से क्या समझाया गया है ?
( from class 8 hindi NCERT Book Chapter -1 dhvni)
Explain:
प्रत्यूष शब्द का अर्थ इस प्रकार बयान किया गया: वह ज्ञान जो भू-भाग और उसके भौतिक, प्राकृतिक, आर्थिक, राजनैतिक और जनसांख्यिकीय पक्ष या पहलू की व्याख्या करता है| इस के पश्चात इस शब्द का दूसरा अर्थ भी दिया गया है, यानी किसी ख़ास स्थान की भौगोलिक स्थिति, जैसे उत्तर भारत का भूगोल|
'ध्वनि' कविता श्री सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' द्वारा लिखित एक उत्साहवर्धक कविता है । कवि ने इस कविता में मानव के मन एवं हृदय में वसंत रूपी उत्साह के आगमन की बात की है । कवि का कहना है कि अभी उसकी मृत्यु नहीं होगी। अभी-अभी उसके जीवन में कोमल, मधुर, और सुकुमार वसंत का आगमन हुआ है। उसके जीवन में बहुत लंबे समय के बाद खुशियाँ आई हैं। •अभी उसकी मृत्यु नहीं हो सकती है।
जीवन में उसे चाहे विपरीत परिस्थितियाँ मिली हैं पर वह उनसे परेशान होकर अपने आपको हताश और निराश नहीं होने देगा। उसके हृदय में जीने की असीम इच्छा है। उसके मन में अभी नये उत्साह का संचार हुआ है। वह लोगों के सुख के लिए अभी रहेगा। वह सोई हुई कलियों को अपने हाथ से सहलाते हुए दुलारेगा। वह उन्हें सूर्य की तरह जगाएगा। इस कार्य से उसके मन को खुशी मिलेगी जिससे सोई हुई कलियों को सूर्य के प्रकाश की भाँति वह नया जीवन देने का प्रयास करेगा। कवि कहता है कि वह ऊब के कारण होने वाले आलस्य को प्रत्येक फूल खिंचकर फेंक देगा। वह उन पर अपने नए जीवन की खुशियों को बरसाने की बात करता है। वह उन फूलों को खुशियाँ देना चाहता है। कवि जीवन में निराश और हताश लोगों को वह रास्ता दिखाना चाहता है, जहाँ उनकी असीम खुशियाँ हैं। अत: वह बार-बार कहता है कि अभी उसका आँतिम समय नहीं आया। अभी उसकी मृत्यु नहीं हो सकती अर्थात् अभी वह रहेगा
#SPJ2