छोटा-बड़ा काम करणे वाले हर व्यक्ती का आदर-सम्मान करना जरुरी है| अपने विचार स्पष्ट कीजिए
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अच्छे संस्कारों की बदौलत ही हम अपने गुणों से पहचाने जाते है और यही संस्कार हमारी संस्कृति को बचाए रखते है। आज हमारे देश की संस्कृति यहां के अच्छे संस्कारों के कारण ही विश्व भर में प्रसिद्ध है। बचपन में माता-पिता और स्कूल में हमें टीचर अच्छे संस्कार देते है। वहीं बड़ों की भूमिका भी अच्छे संस्कार देने में अहम होती है।
उक्त विचार दैनिक जागरण द्वारा महाराजा अग्रसेन कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित संस्कारशाला कार्यक्रम में अध्यापक अजय शर्मा ने विद्यार्थियों के समक्ष रखे। इस दौरान बच्चों को बताया कि अच्छे व्यक्ति की पहचान उसके अच्छे संस्कारों से होती है, अगर व्यक्ति में संस्कार ही नहीं होंगे तो हमारा समाज भी उसे महत्व नहीं देगा और लोग उससे दूरी ही बनाए रखेंगे। वैसे तो हर बच्चे में संस्कार बचपन से ही होते है, लेकिन कुछ बातें और व्यवहार समाज के लोगों व बड़ों से मिलते है। अच्छा बोलना, दूसरों की मदद करना और माता-पिता तथा बड़ों का आदर सम्मान करना ही संस्कार है। हमें हर उस व्यक्ति से संस्कार मिलते है जो हमसे बड़ा हो, चाहे वह दादा-दादी, माता-पिता, भाई बहन या अन्य सभी हमें सही रास्ता दिखाते है और हमें भी उनकी आज्ञा का पालन करना चाहिए और दी गई सीख को ही अपना चाहिए।
नेकी की दीवार पर विद्यार्थियों ने दिया दान
महाराजा अग्रसेन कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बाल दिवस व गुरु पर्व के अवसर पर कार्यक्रम आयोजन किया गया। वहीं कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने नेकी की दीवार' पर पहुंचकर जरूरतमंदों के लिए अनेक प्रकार की उपयोगी वस्तुएं भेंट की। विद्यार्थियों की इस परोपकारी भवना को देकर उपस्थित सभी सदस्यों ने सराहना की। विद्यालय में विशेष प्रार्थना सभा हुई तथा चाचा नेहरु के बच्चों के प्रति प्रेम भाव की स्मृति में विद्यालय के विद्यार्थियों ने समूह गान, समूह-नृत्य, कविता- पठन, बाल दिवस व गुरु पर्व पर भाषण की प्रस्तुति दी। पंडित जवाहरलाल नेहरु के जन्म दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर प्रधानाचार्या पूनम व कॉडिनेटर रेखा सिहाग उपस्थित थी।