Hindi, asked by khemendraverma91, 6 months ago

छोटी-बड़ी कई झीलें हैं
उनके श्यामल-नील सलिल में
समतल देशों से आ-आकर
पावस की ऊमस से आकुल​
तिक्त मधुर बिसतंतु खोजते
हंसो को चीरते देखा है
बादल को घिरते देखा है

Answers

Answered by rupeshkumartandan93
14

संदर्भ-- प्रस्तुत पद्यांश कवि "नागार्जुन"द्वारा रचित कविता ' बादल को घिरते देखा है ' से लिया गया है l

प्रसंग -- प्राकृतिक उपदनो का वर्णन किया है l

व्याख्या -- कवि कहते है कि इस स्वेत हिम पर्वत पर कई छोटे - बड़े झील के काले - नीले जल में विभिन्न स्थान से आए पछी कीड़े - मकोडो को खोजते दिखाई देते है l बादलो को घिरते और उन झीलों में हंसो को तैयार हुए कवि ने देखा है l

Explanation:

please follow me

Similar questions