छात्रावास के वातावरण के बारे में बताते हुए पिता द्वारा पुत्र को लिखा अनौपचारिक पत्र
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छात्रवास, विवेकानंद एकेडमी
जयपुर (राजस्थान)
दिनांक -२८/०१/२०१९
पूज्य पिता जी,
सादर चरण स्पर्श |
आपका कृपा पत्र मिला | मैं यहाँ कुशल पूर्वक हूँ | मेरी पढाई भी अच्छी चल रही है | अगले मास हमारी अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू होने वाली है | मैं परीक्षा की तैयारी में पूरी लगन के साथ जुटा हुआ हूँ |
मुझे कुछ पुस्तके खरीदनी है | अतः इस बार आप २००० रू अधिक भिजवाने की कृपा करे |
शेष कुशल
आपका प्रिय पुत्र
Nupur jain
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